उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण की फिर तैयारी करता दिखाई दे रहा है। उसने एक बार फिर अपने तट से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। दक्षिण कोरिया की सेना ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों (एसआरबीएम) का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया की सेना ने कहा कि यह उसके दो सप्ताह के अभ्यास का हिस्सा है, जिसे उसने अपने पड़ोसी को डराने के उद्देश्य से शुरू किया था।
इस बीच, उत्तर कोरिया की 2017 के बाद, एक बार फिर परमाणु परीक्षण शुरू करने को लेकर चिंता बढ़ने लगी हैं। वह दक्षिण कोरिया को डराने के लिए कम दूरी की मिसाइलों, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (आईसीबीएम) और अन्य का परीक्षण आए दिन कर रहा है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) को उत्तर कोरिया के गंगवोन प्रांत के टोंगचेओन इलाके से दागा गया, पड़ोसियों के बढ़ते तनाव के बीच उत्तर और दक्षिण कोरिया ने विवादित पश्चिमी समुद्री सीमा के पास एक दूसरे पर चेतावनी शॉट्स दागे थे।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट जीफ आफ स्टाफ (जेसीएस) ने एक बयान में कहा हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि उसने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मिलकर हमारी निगरानी और सुरक्षा बढ़ा दी है। दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका का कहना है कि अभ्यास रक्षात्मक हैं और उत्तर के खतरों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जाहिर की है। परमाणु निगरानी संस्था के प्रमुख ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया का सातवां परमाणु परीक्षण आगे बढ़ रहा है जो अविश्वसनीय रूप से चिंताजनक है। उत्तर कोरिया ने 2006 से 2017 तक वहां छह परमाणु परीक्षण किए हैं।