नगर के वार्ड नंबर 2 में संचालित देसी विदेशी शराब दुकान को हटाने के लिए वार्ड वासियों का विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। जहां उन्होंने मंगलवार की तरह बुधवार को भी शराब दुकान परिसर में धरना प्रदर्शन कर सुंदरकांड का आयोजन किया। वहीं उन्होंने शासन प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए नगर के वार्ड नंबर 2 में संचालित उक्त शराब दुकान को हटाए जाने की मांग की। साथ ही स्थानीय वार्ड वासियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनके वार्ड से शराब की दुकान नहीं हटाई जाती तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
आपको बताए की प्रदेश सरकार के निर्देशन में मध्यप्रदेश में नई शराब नीति के तहत सभी जिलों में शराब दुकानों के ठेके कराए गए हैं। लेकिन शहरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में स्थिति शराब दुकानों को हटाने रहवासियों द्वारा विरोध करने से शराब दुकान का ठेका लेने वाले ठेकेदारों को दुकान का संचालन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस तरह का मामला नगरीय क्षेत्र के वार्ड नंबर 2 भटेरा चौकी स्थित शराब दुकान में देखने मिल रहा है। जहां वार्ड पार्षद सहित वार्डवासियों द्वारा 4 अप्रैल से शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर दुकान के सामने धरना प्रदर्शन कर सुंदरकांड आरंभ किया जो 5 अप्रैल को भी जारी रहा।
अनुभा मुंजारे ने भी दिया समर्थन
शराब दुकान का विरोध कर रही महिलाओं को पूर्व नपा अध्यक्ष अनुभा मुंजारे ने भी पहुंचकर अपना समर्थन दिया है। वार्डवासियों का कहना है कि जब तक शराब दुकान नहीं हटेगी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। वार्डवासियों के विरोध के चलते शराब दुकान बंद है। इस दौरान वार्ड पार्षद योगराज कारो लिल्हारे ने कहा कि शराब दुकान हटाने को लेकर काफी समय से प्रशासन से मांग की जा रही है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। जब तक शराब दुकान नहीं हटेगी हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रशासन की मनमानी पर रोक लगनी चाहिए -अनुभा मुंजारे
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान वार्ड वासियों को समर्थन देने पहुंची पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अनुभा मुंजारे ने बताया कि शासन प्रशासन की गलत नीति चल रही है उसी के विरोध में वार्ड वासियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है वार्ड नंबर 2 हमारे शहर का महत्वपूर्ण रिहायशी इलाका है यहां शराब की दुकान खुली होने से जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर महिलाओं और विद्यार्थी वर्ग को खासी परेशानी हो रही है। यह प्रशासन की मनमानी चल रही है। जिस पर रोक लगानी चाहिए। यह जो शराब दुकान संचालित हो रही है इसका हम वार्ड वासियों के साथ पुरजोर विरोध कर रहे हैं। सभी के सहयोग से यहां दुकान बंद कराई गई है धरना प्रदर्शन कर सुंदरकांड का आयोजन किया गया है। क्योंकि शराब एक ऐसी चीज है जो हमारा घर ,परिवार समाज को बर्बाद कर रही है। इसका जितना पुरजोर विरोध किया जाए उतना कम है। एक तरफ सरकार कहती है कि हमने शराब के अहाते बंद कर दिए हैं, धार्मिक स्थल से 100 मीटर की दूरी पर शराब दुकानें नहीं रहेंगी और दूसरी ओर यही सरकार ने अपनी खुद की शराब नीति बनाई है जो जगह-जगह दुकान संचालित कर लोगों का घर बर्बाद कर रही है। इस सब के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार है। जिला प्रशासन ने जनता के विरोध को समझना चाहिए और यहां से दुकान को हटाया जाना चाहिए । जब तक यह दुकान नहीं हटेगी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा