नगर मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत पनबिहरी के सामने स्थित गौठान में १४ नवंबर को शाम ४ बजे गाय खिलावन की रस्म अदा करवाई जा रही थी। इसी दौरान पंचायत भवन के पीछे स्थित पानी टंकी की ओर से अचानक मधुमक्खी झुंड के साथ आये और लोगों पर हमला कर दिया जिससे करीब एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो चुके है। साथ ही मधुमक्खी के हमले होते ही गौठान में भगदड़ मच गई और उपस्थितजन अपनी जान बचाते हुए मवेशियों को लेकर अपने-अपने घर चले गये, एक युवक तो अपनी जान बचाने के लिए तालाब के पानी में कुद गया जब जाकर मधुमक्खी ने उनका पीछा छोड़ा। इस मधुमक्खी के हमले से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हुए है जिसमें से कुछ लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालबर्रा एवं कुछ लोग निजि चिकित्सक के पास पहुंचकर अपना उपचार करवा रहे है और नरेन्द्र सूर्यवंशी, योगेन्द्र सूर्यवंशी सहित अन्य लोगों का लालबर्रा अस्पताल में उपचार जारी है। साथ ही पंचायत भवन के सामने स्थित गौठान परिसर में मधुमक्खी के भाग जाने के बाद शाम में पारंपरिक रीति-रीवाजों से गाय खिलावन की रस्म अदा की गई। आपकों बता दे कि ग्राम पंचायत पनबिहरी के पंचायत भवन के सामने प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष की दीपावली पर्व के पांचवे दिन १४ नवंबर को शाम ४ बजे गाय खिलावन की रस्म अदा करने के लिए ग्रामीणजन अपने-अपने मवेशियों को लेकर पहुंचे थे एवं यादव व बिंझवार समाज के द्वारा गाय खिलाने की तैयारी की जा रही थी। इसी दौरान अचानक मधुमक्खी गौठान परिसर में एकत्रित भीड़ में खड़े व्यक्ति पर हमला कर दिया जिसे देखते हुए उपस्थित बच्चें सहित ग्रामीणजनों में भगदड़ मच गई और मधुमक्खी के हमले से बचने के लिए लोग भाग गये एवं जिन लोगों पर मधुमक्खी ने हमला किया था वे लोग भी किसी तरह उक्त स्थान से भागकर तत्काल लालबर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं कुछ निजि चिकित्सक के पास पहुंचकर उपचार करवा रहे है। अगर समय रहते लोग वह से नही भागते तो मधुमक्खी के हमले से बड़ा हादसा घटित हो सकता था लेकिन लोगों की सुझ-बूझ के चलते ऐसा नही हुआ। चर्चा में राकेश यादव ने बताया कि पनबिहरी पंचायत भवन के सामने गौठान में दीपावली पर्व के पांचवे दिन १४ नवंबर को शाम ४ बजे गाय खिलावन की रस्म अदा की जा रही थी तभी अचानक मधुमक्खी का झुंड आया और लोगों पर हमला कर दिया जिससे एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो चुके है जिनका उपचार चल रहा है, दो लोगों को मधुमक्खी ने अधिक काटा है क्योंकि पानी टंकी के बीच में मधुमक्खी का छाता बना हुआ है, पुर्व में भी हमले कर चुके है। साथ ही यह भी बताया कि घटना के बाद सभी लोग वहां से अपने-अपने घर चले गये थे जिसके बाद मधुमक्खी के भाग जाने के बाद शाम में गाय खिलावन की रस्म अदा की गई।