तान्हा पोला का पर्व नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक सौहाद्र एंवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान घेऊन जारी नारबोद की आवाज गौवंश की पूजा के बाद गूंज उठी। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नगर में तान्हा पोला हर्षोल्लास से मनाया गया और स्थानीय जयस्तंभ चौक पर तान्हा पोला पर्व को लेकर लोगों मे काफी उत्साह देखा गया। इस दौरान गोलीबारी चौक, आंबेडकर चौक, नेहरू चौक सहित सैकड़ों की संख्या में दोनो ओर पोला पर्व को देखने के लिये लोगों की भीड़ रही। स्थानीय जयस्तंभ चौक पर पत्तों की तोरन पूज्य बैलों के लिये लगाई गई जिसके नीचे लोगों ने अपने सजाये बैलों को लाकर खड़ा किया जहां आरती के बाद आतिशबाजी कर बैलों को दौड़ाया गया।
चौधरी बाड़े से निकली आरती
नगर के पटेल बाडे से प्रतिवर्ष तान्हा पोला पर्व पर आरती निकलती है इस वर्ष भी पटेल बाड़े से आरती निकली। जिसमें नगर के गणमान्य नागरिकों के साथ बैल जोड़ी लेकर और पूजा की थाली के साथ जुलूस के रूप में जय स्तंभ चौक पहुंची जहां बैलों की पूजा अर्चना करने के बाद आतिशबाजी कर बैलों को दौड़ाया गया। इस अवसर पर गणमान्य नागरिकों के साथ ही सभी राजनीतिक दलों के लोगों ने तान्हा पोला पर्व के अवसर पर स्थानीय जय स्तंभ पर उपस्थित बैलों की पूजा अर्चना कर सभी को पोला पर्व की शुभकामनाएं दी।
गौवंश की खुशी का पर्व है पोला
यह पोला पर्व गोवंश का त्यौहार है जिसमें किसानो ने अपनी खेती कार्य पूर्ण होने के बाद इस अवसर पर अपने बैलों को सजाकर उनकी पूजा अर्चना की है। जिसमें पहला दिन मोबिल पड़ा जिसमें पहले सुबह गांव वंशों की पूजा अर्चना कर उन्हें भोग लगाया गया। दूसरे दिन उन्हें पोला पर्व पर आकर्षक रंग बिरंगी रस्सी एवं रंग लगाकर सजाया गया इसके बाद दौड़ कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उनकी पूजा कर दौड़ाया गया। जहाँ से वह गौवंश पूरे नगर में घर-घर पहुचे जहाँ लोगो ने उनकी पूजा कर पकवान खिलाये गये।
मेले का हुआ आयोजन
पोला पर्व मनाने को लेकर नगर में खासा उत्साह देखने को मिला। इस दौरान जय स्तंभ चौक पर पोला पर्व मनाया गया जहां पर भव्य मेले का आयोजन हुआ। जिसमें गुब्बारे चकरी खिलौने और चटपटे पकवानों की दुकान भी लगी रही। जहां पर नगर के सैकड़ो लोगों ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज करा कर इस मेल को भव्य बनाया। जहां दोपहर 4:00 बजे के बाद लोगों की भीड़ एकत्रित होने लगी और रात 8:00 तक यह भीड़ सड़कों पर उत्सव मनाती रही। जहां पर छोटे से लेकर बड़े हर किसी के द्वारा पर्व का आनंद मनाया गया।
पोला पर्व पर की जाती है गोवंश की विशेष पूजा – विधायक जायसवाल
इस दौरान भाजपाइयों के साथ गोवंश की पूजा करने पहुॅचे पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल ने सभी गोवंश मालिकों को तिलक लगाकर उन्हे गमछा भेंट किया। पद्मेश से चर्चा करते हुये श्री जायसवाल ने बताया कि हमारा भारत देश कृषि प्रधान देश है। हमारा क्षेत्र भी कृषि से ताल्लुक रखता है। हमारे किसानों के लिये गोवंश उनकी खेती में एक मददगार की भूमिका निभाते है। वर्षो से यह परंपरा चली आ रही है कि पोला के अवसर पर हम अपने गोवंश की विशेष पूजा अर्चना कर उन्हे सॅजाकर उनका आर्शीवाद ग्रहण करते है। इस दौरान पूर्व मंत्री श्री जायसवाल के साथ दाऊद मंसूरी, संतोष आड़े, विक्की ऐड़े, मनोज दांदरे, संतोष शिव दीप चौहान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
विधायक विवेक पटेल ने गौवंश मालिको को भेंट किया गमछा
विधायक विवेक पटेल ने भी कांग्रेसियों के साथ जयस्तंभ चौक पहुॅचकर गोवंश की पूजा अर्चना की और उनके मालिकों को गमछा उपहार स्वरूप भेंट किया। पदमेश से चर्चा में विधायक विवेक पटेल ने बताया कि हमारे यहाँ गोवंश का काफी महत्तव माना गया है। साथ ही इन्ही नंदी भगवान के रूप में देखा जाता है। कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण किसानों के लिये पोला पर्व का एक खासा ही महत्तव रहता है। क्योंकि किसान की खेती में गोवंश का अहम योगदान है। आज पोला पर्व पर वे समस्त क्षेत्रवासियों को बधाई देते है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
मारबद मनाई जायेगी आज
तान्हा पोला के साथ ही पैशाचिक वृत्तियों को दूर किये जाने के लिये हर बलाओं और परेशानियों से मोक्ष के लिये रात भर जागरण कर मारबद के पुतले को पूरे नगर और ग्राम मे घुमाया जायेगा और सुबह उसे सरहद के पार मारकर फेंक दिया जायेगा। ताकि नगर सहित क्षेत्र में आने वाली बुराई बलाओं से बचाया जा सके।