गत दिनों पिपलोदा के पास हुई लूट की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से लूट के आभूषण बरामद किए। वहीं चौथा आरोपित फरार है।
पुलिस के अनुसार 21 मार्च की रात काली बाई पत्नी राजू डामोर निवासी खटामा अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ छोटी पिटोल शादी से वापस अपने घर जा रही थी। तभी मदरानी रोड पर ग्राम पिपलोदा में इमली के पेड़ के पास छिपे दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने उनका रास्ता रोककर मारपीट की और चांदी की सांकली, चांदी का कंदोरा, चांदी की पायल, चांदी की बंगडी आदि आभूषण लेकर फरार हो गए थे।
वारदात के दौरान झूमा-झपटी के दौरान अज्ञात बदमाश का एक लाल रंग का टी-शर्ट कालीबाई के हाथ में रह गया। उसने हिम्मत दिखाते हुए बदमाश का डटकर सामना भी किया परंतु अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश भाग निकले। मामला मेघनगर थाने पर दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओपी थांदला एमएस गवली के नेतृत्व में टीम बनाकर जल्द खुलासा करने के दिशा-निर्देश दिए। सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच की गई। मुखबिर की सूचना पर रंभापुर में एक क्लीनिक में दाहोद के रहने वाले एक व्यक्ति को देखा गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेजों से मिलान कर संदेही शमशू निवासी गुलवार जिला दाहोद को धर दबोचा। सख्ती से पूछताछ करने पर शमशू ने वारदात तीन अन्य आरोपित सुमसिंह, सागर व कनेश के साथ करना कबूला। पुलिस टीम द्वारा आरोपित सुमसिंह व सागर को भी धर दबोचा गया। पुलिस ने चांदी की सांकली, कंदोरा, पायल सहित अन्य आभूषण आरोपितों के पास से बरामद किए। वहीं कनेश फिलहाल पुलिस शिकंजे से बाहर है। पुलिस ने उक्त आरोपित पर 10 हजार का इनाम घोषित किया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों पर गुजरात व मप्र के कई थानों पर मामले दर्ज हैं। मामले का खुलासा करने वाले मेघनगर थाना प्रभारी कैलाश चौहान, उपनिरीक्षक धीरूसिंह रावह, हरिसिंह चुंडावत, शैलेंद्र सिंह, दिनेश वर्मा, ओम प्रकाश, जंगल सिंह, नंदकिशोर, मंगलेश आदि पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।