कोविड केयर सेंटर से नौ माह के देवांश को संक्रमण मुक्त होने पर सोमवार को छुट्टी दी गई। नौ माह के बच्चे के संक्रमित होने का यह जिले में पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद पिडियाट्रिक कोविड आइसीयू में भर्ती कर इलाज किया गया। देवांश को तीन दिनों पर आक्सीजन की जरूरत भी महसूस हुई। फेफड़ों से निमोनिया के लक्षण खत्म होने पर आक्सीजन हटाई गई। तीन दिन निगरानी में रखने के बाद उसे छुट्टी दी गई। पूरे समय उसकी मां संक्रमण के खतरे को भुलाकर साथ रही।
हरसूद ब्लाक के ग्राम बांदरिया निवासी सुरेंद्र यदुवंशी अपने नौ माह के बेटे देवांश को लेकर 25 मई को हरसूद कोविड केयर सेंटर पहुंचे थे। वहां तीन दिनों तक भर्ती रखने के बाद भी सर्दी-खांसी व बुखार नहीं उतरने पर खंडवा कोविड अस्पताल लाया गया। जहां 28 मई को शिशु रोग विशेषज्ञ की सलाह पर पिडियाट्रिक कोविड आइसीयू में भर्ती किया गया। इस दौरान आरटीपीसीआर जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। माता-पिता दोनों के ही सेैंपल लिए गए जो निगेटिव रहे।
संक्रमित नहीं होने के बाद भी मां देवांश के साथ ही रही व देखरेख करती रही। शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डा. प्रमिला वर्मा, डा. गरिमा अग्रवाल व डा. नंदिनी दीक्षित व डा. योगेश शर्मा द्वारा कोविड प्रोटोकाल के तहत उपचार प्रारंभ किया गया। आक्सीजन स्तर कम होने पर आक्सीजन पर भी देवांश को रखा गया। नियमित रूप से जांच व उपचार कर तीन दिन पहले आक्सीजन हटाकर नियमित निगरानी में रखा। सोमवार को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी गई। देवांश के पिता सुरेंद्र व मां ज्ञानवती बाई ने बताया चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा बेहतर इलाज किया गया, जिससे बेटा जल्दी ठीक हो सका।