बालाघाट जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मौरिया में इन दिनों पूर्व में नियुक्त मेटों और उनकी कार्यप्रणाली के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार को गांव के सरपंच, उपसरपंच सहित गांव वालों ने भूतपूर्व सरपंच पर मेटों की नियुक्ति में अनियमितता बरतने और योग्यता अनुसार नए सिरे से मेटों की नियुक्ति करने की मांग रखी। इस संबंध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपा।
ग्रामीणों के मुताबिक, ग्राम पंचायत मौरिया में मनरेगा कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए मेटों की नियुक्ति की गई थी। तब पूर्व सरपंच आशा टेंभरे ने इस भर्ती में शासन के नियमों का उल्लंघन किया और अपने पक्ष के मेटों को नियुक्त कर लिया। इससे गांव के काम और मजदूरों को मजदूरी मिलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पूर्व सरपंच ने न योग्यता का ध्यान रखा गया और न ही मेट भर्ती की जानकारी गांव वालों को कोई जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि कई ग्रामीण मेट पद के लिए योग्यता रखते हैं, लेकिन पूर्व में गलत ढंग से हुई नियुक्ति के कारण योग्य होते हुए भी चूक गए। ग्रामीणों ने मांग रखी कि गांव में नए सिरे से और योग्य उम्मीदवारों को मेट के पद पर नियुक्त किया जाए।
ग्रामीणों ने बताया कि मेटों की नियुक्ति के लिए आठवीं से बारहवीं तक शैक्षणिक योग्यता के साथ उसके पास एंड्रॉइड मोबाइल होना चाहिए। इसके अलावा महिला मेट की नियुक्ति समूह से की जाती है, लेकिन पूर्व सरपंच द्वारा इन नियमों की अनदेखी की गई। कई मेटों को बिना रजिस्ट्रेशन ही नियुक्ति दे दी गई। इस गड़बड़ी के कारण मनरेगा के तहत काम करने वाले ग्रामीण अपनी मजदूरी के लिए परेशान हो रहे हैं।