दिल्ली सेवा बिल लोकसभा में पास हो गया है। अब राज्यसभा में पास होना है। जहां विपक्षी दलों की अग्नि परीक्षा होने वाली है। टीडीपी और बीजेडी ने केंद्र सरकार को समर्थन का एलान कर दिया है। जिसने आम आदमी पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है।
लोकसभा में पास हुआ बिल
भाजपा के बहुमत तो देखते हुए लोकसभा में दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक 2023 का पारित होना तय था। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के पास बहुमत नहीं होने के कारण राज्यसभा में इसका पारित होना एक चुनौती था। इसके लिए भाजपा ने बीजेडी, वाईएसआरसीपी, बीएसपी और टीडीपी दलों पर भरोसा किया। आंध्र प्रदेश और ओडिशा की पार्टियों के समर्थन से 237 की संख्या वाले ऊपरी सदन में बिल का समर्थन करने वाले सांसदों की संख्या 130 से अधिक है।
राज्यसभा में होगी अग्नि परीक्षा
बता दें हाल ही में राज्यसभा की 11 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी के 5 और टीएमसी के 6 सांसद चुने गए। कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ है। राज्यसभा में उसके सांसद घटकर 30 रह गए हैं। वहीं, भाजपा की संख्या 93 है। 24 जुलाई के बाद 7 सीटें खाली हो गई हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर से 4, उत्तर प्रदेश में एक सीट और दो मनोनीत खाली हो गई। राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 120 है। भाजपा को पहले से ही 130 सांसदों का समर्थन प्राप्त है।
AAP को मिलेगा विपक्षी दलों का साथ
विपक्षी गठबंधन I.N.D.IA में शामिल 26 पार्टियों ने दिल्ली सर्विस बिल के मुद्दे पर आप का समर्थन करने का फैसला किया है। इन दलों का राज्यसभा में करीब 105 सांसदों का सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।