3 दिसंबर की मतगणना पर टिकी सबकी निगाहें

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विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को हुए मतदान के बाद अब सब की निगाहें 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हुई है।जहा मतगणना की संपूर्ण जिसकी संपूर्ण जानकारी देने और विभिन्न राजनीतिक दलों,निर्दलीय प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब देने के लिए गुरुवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ गिरीश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। राजनीतिक दलों निर्दलीय प्रत्याशियों व उनके प्रतिनिधियों के साथ आयोजित इस बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मिश्रा ने 17 नवंबर को हुए मतदान से लेकर ईवीएम मशीन को मतगणना स्थल तक पहुंचाने और उसकी सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओ के साथ-साथ सोशल मीडिया पर स्टोरेज रूम को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी आदि से उपस्थित जनों को अवगत कराया। तो वहीं उन्होंने 3 दिसंबर को मतदान के दौरान किए जाने वाले सभी कार्यों ,मशीन से मत गणना, डाकमत पत्र की गणना और पर्ची से की जाने वाले मतों की मिलान सहित संपूर्ण गणना की जानकारी और रिजल्ट घोषित किए जाने की संपूर्ण जानकारी से अवगत कराया ।वहीं उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों निर्दल प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब दिए। जिसकी उपरांत सभी को स्थानीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कराया गया और वहां की सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। वहीं सुरक्षा को व्यापक बढ़ाने सहित मतगणना से संबंधित अन्य सुझाव भी राजनीतिक पार्टी से मांगे गए।

20 ईवीएम किसी को दे दिए या स्ट्रांग रूम की खिड़की खुली हुई है यह भ्रामक जानकारी है
आयोजित बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मिश्रा ने बताया कि कुछ दिनों से सोशल मीडिया में चल रहा है कि स्ट्रांग रूम जहां ईवीएम मशीन रखी है उसकी खिड़की खुली हुई है। या 20 ईवीएम मशीन किसी को देने की बात कही जा रही है। यह जानकारी पूरी तरह से गलत है। लोग भृमक जानकारी दे रहे हैं।उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस वर्ष मतदान का प्रतिशत बड़ा है जिले में लगभग 17 लाख 47,737 लोगों ने मतदान किया है ।वही वैलेट पेपर से भी अधिक मतदान हुआ है।

किसी भी कर्मचारी को वोट देने के लिए बाध्य नहीं कर सकते
श्री मिश्रा ने राजनीतिक दलों व प्रतिनिधि के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि हमने सभी विभागों में पत्र भेज कर कर्मचारियों की लिस्ट मंगाई थी। उसी हिसाब से कर्मचारियों के लिए डाक मत पत्र की व्यवस्था की गई थी। जो लोग चुनाव की ट्रेनिंग में गए थे उन्हें वही 12 नंबर का फॉर्म दे दिया गया था।वही विभाग के माध्यम से लिस्ट के अनुसार डाकमत पत्र भी उपलब्ध करा दिए गए तब।कर्मचारियों को डाक मतपत्र से मतदान करने के लिए निर्धारित समय दिया गया था। लेकिन कुछ कर्मचारी मतदान से वंचित हो गए जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं जिन कर्मचारियों ने मतदान नहीं किया हम ऐसे कर्मचारियों को मतदान करने के लिए बाध्य नहीं कर सकते क्योंकि वह उनका अधिकार है कि वह मतदान करें या ना करें ।

लॉटरी सिस्टम से चयनित किए जाएंगे 5 मतदान केंद्र, पर्ची से होगा मिलान
श्री मिश्रा ने बताया कि ईवीएम मशीन से मतगणना पर किसी को कोई शंका न रहे इसके लिए मतगणना वाले दिन लकी ड्रा के माध्यम से पांच मतदान केंद्रों का चयन किया जाएगा ।उन मतदान केंद्रों में की मशीन से मिले वोटो और मशीन की पर्ची से मतों का मिलान किया जाएगा। यदि उन केंद्रों में पर्ची और ईवीएम वोट की संख्या बराबर है और किसी को इस मतदान में किसी प्रकार की कोई शंका नहीं है। तो फिर सभी मशीनों की मतगणना को सही माना जाएगा। यदि सिलेक्ट किए गए इन मतदान केंद्रों की पर्ची औऱ वोट में कोई डिफॉल्ट मिलता है तो आयोग को सूचित किया जाएगा वहां से जो भी दिशा निर्देश प्राप्त होंगे उसे आधार पर उनकी मतगणना होगी।

जिस डाकमतपत्र में घोषणा पत्र नहीं होगा वह रिजेक्ट मतों में गिना जाएगा
बैठक के दौरान स्पष्ट किया गया की डाक मत पत्र में एक कर कोड दिया गया है जिसका मिलान किया जाएगा। वही डाक मत पत्र सही है या नहीं वह उसकी सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सामने डाक मत पत्र खोला जाएगा। जिसमें एक घोषणा पत्र और एक मतदान दो अलग-अलग लिफाफे निकलेंगे। यदि डाक मतपत्र में घोषणा पत्र का लिफाफा नहीं होगा तो उस डाकमतपत्र को रिजेक्ट कर दिया जाएगा और उसमें रिजेक्ट की सील भी लगाई जाएगी।

प्रत्याशी बोले मतगणना के समय लाइट गुल तो नहीं होगी?
बैठक के दौरान उपस्थित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों सहित अन्य ने मतगणना से संबंधित कई सवाल पूछे, जिसमें स्पष्ट कर दिया गया की मतगणना का कार्य तीन चरणों में होगा जिसमें डाक मत पत्र ,ईवीएम और पर्ची ऐसे तीन चरणों से मतगणना की जाएगी ।इस दौरान बालाघाट विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे ने सवाल किया की मतगणना के दौरान लाइट गुल तो नहीं होगी, क्योंकि हम वर्ष 2013 में किसका भुगतान भुगत चुके हैं। जिस पर श्री मिश्रा ने बताया कि हमें इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। वही एक सवाल में पूछा गया कि पिछली बार भोजन के लिए मतगणना के एक राउंड को रोक दिया गया था। इस बार तो ऐसा नहीं होगा? जिस पर श्री मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों की भोजन की व्यवस्था के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं किसी भी हाल में मतगणना नहीं रोकी जाएगी। एक अन्य प्रतिनिधि ने सवाल किया कि स्ट्रांग रूम से मशीन को लाने ले जाने और मतगणना टेबल तक पहुंचने के लिए पार्टियों के प्रतिनिधि का सहयोग लिया जाएगा या नहीं, जिस पर श्री मिश्रा ने स्पष्ट कर दिया कि स्ट्रांग रूम से मशीनों को टेबल तक लाने ले जाने के लिए किसी भी पार्टी के प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों का सहयोग नहीं लिया जाएगा उन्होंने बताया कि बहुत सारे प्रत्याशी और उनके प्रतिनिधि हैं यदि उन्हें ऐसा करने दिया जाएगा तो फिर वहां भीड़ लग जाएगी ।

27 नवंबर को कमलनाथ ने सभी प्रत्याशियों को भोपाल बुलाया है, हम हाईकोर्ट जाएंगे- अनुभा
स्ट्रांग रूम के निरीक्षण के दौरान की गई चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे ने बताया कि वर्ष 2013 जो हुआ था वह सभी लोग जानते हैं। उसमें हमें हर का सामना करना पड़ा था बैठक में विभिन्न पार्टियों ने भी यह सवाल उठाया है कि मतगणना के दौरान लाइट गुल तो नहीं होगी। इसपर जिला निवार्चन अधिकारी ने जनरेटर सहित अन्य व्यवस्थाएं रखने की बात कही है। उन्होंने बताया कि डाक मत पत्र के सवालों का जवाब हमें संतोषजनक नहीं मिला। मतदान से वंचित कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उनकी समस्या का समाधान करने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। आज भी कई ऐसे कर्मचारी हैं जो हमारे पास शिकायतें लेकर आ रहे हैं कि वे मतदान से वंचित हो गए हैं। इसमें पूरी जिम्मेदारी जिला निर्वाचन अधिकारी की है। उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारी मतदान से वंचित हो गए हैं। वे शिकायत दर्ज कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है ।हमने भी इसको लेकर ज्ञापन सौपा है लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी अपनी गलती स्वीकार नही रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को भी इसकी पूरी जानकारी है। पूरे प्रदेश में ऐसा ही हुआ है। जिसकी जानकारी जुटाना के बाद उन्होंने प्रदेश के सभी प्रत्याशियों को 26 तारीख को भोपाल बुलाया है वहां एक बैठक का आयोजन होगा। इसी मुद्दे पर चर्चा की जाएगी ।उसके बाद कर्मचारियों को मतदान से वंचित करने के इस मामले को लेकर हम हाई कोर्ट जाएंगे।

हमें लगता है कि कर्मचारी खुद भ्रमित रहे, वे ठीक से समझ नहीं पाए- अग्रवाल
वही इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल ने बताया कि आज स्टैंडिंग कमेटी की बैठक थी। सभी चाहते हैं की मतगणना सही तरीके से हो, जो अफवाएं उड़ाई जा रही है उसका जवाब भी प्रशासन द्वारा दिया गया है। मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से लाने ले जाने की जो व्यवस्था बनाई गई है वह काफी अच्छी है। हम मत गणना की संपूर्ण व्यवस्था से संतुष्ट है। कर्मचारियों को मतदान से वंचित करने वाले मामले को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि हमे ऐसा लगता है कि कर्मचारी खुद भ्रमित रहे, वे ठीक से समझ नहीं पाए, हमें लगता है कि कर्मचारियो ने सही से मतदान करने की प्रक्रिया और कार्य पर ध्यान नहीं दिया इसीलिए वे मतदान से वंचित हो गए।

शाम 5 तक मतगणना कार्य समाप्त करने का रहेगा प्रयास- मिश्रा
स्ट्रांग रूम के निरीक्षण को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मिश्रा ने बताया कि हम लोगों का प्रयास रहेगा की मतगणना समय पर पूरी हो जाए ।सभी पार्टियों सहित अन्य को उसकी पूरी रिपोर्टिंग करने की व्यवस्था बनाई गई है। बैहर विधानसभा में मतदान केंद्र अधिक होने से प्रत्येक मतदान केंद्र की मतगणना के लिए समय अधिक लगेगा ।उसके लिए हमने आयोग से अनुमति मांगी है यदि मतगणना राउंड काम करने की परमिशन मिल जाती है तो अच्छा रहेगा। नहीं भी मिलती तो हमारा प्रयास रहेगा की चार से पांच बजे तक मतगणना का कार्य पूरा कराया जा सके।उन्होंने आगे बताया कि सुरक्षा को लेकर स्ट्रांग रूम में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आयोग के निर्देशानुसार एसएएफ और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। 24 घंटे की सिक्योरिटी लगी है। सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है इसके अलावा पार्टी के प्रतिनिधि भी इसकी निगरानी कर रहे हैं। मतगणना का यह कार्य समय पर पूरा कर परिणाम की घोषणा भी तुरंत कर दी जाएगी।

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