कंटेनमेंट जोन से बाहर निकलने की मनाई गांव में ही हो रहा है इलाज

0

रविवार को जिले के बालाघाट वारासिवनी, लांजी में अचानक मौत के आंकड़ों में कमी आ गई इस दौरान तीन स्थान में मिलाकर 12 शव का अंतिम संस्कार किया गया। इसकी बड़ी वजह यही बताई जा रही है कि आदेश अनुसार उप स्वास्थ्य केंद्र को कोविड-19 में तब्दील कर दिया गया है इसलिए गांव के मरीज अपना इलाज कराने नहीं आ रहे हैं।

आपको बता दें कि बीते 4 दिनों से जिन गांव में मरीजों की संख्या अधिक है वहां पर कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं और बड़ी पंचायत वाले गांव जहां पर उप स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा उपलब्ध है वहां पर कोविड-19 बना दिया गया है इसलिए प्राथमिक स्तर पर इलाज उसी स्थान पर हो रहे हैं।

आपको बता दें कि लांजी बालाघाट वारासिवनी तीनों ही स्थान पर बीते दिनों ऐसे कई मरीज आए जिनकी अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद ही मौत हो गई। इसकी बड़ी वजह समय पर इलाज और दवाई नहीं मिलने को बताई गई।

इसे देखते हुए उप स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड़ केयर सेंटर में तब्दील किया गया है। उसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि इस तरह की होने वाली मौत के आंकड़े भी जिला तहसील स्तर पर दिखाई नहीं देंगे।

इसके बाद तहसील और जिला स्तर पर यदि मौत के आंकड़े कम दिखाई दे तो इस पर कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी हालांकि हर कोई यही उम्मीद लगा रहा है कि कोरोना का कहर जिले के भीतर जल्द से जल्द कम और लोग स्वस्थ हो जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here