नगर मुख्यालय से लगभग ४ किमी दूर ग्राम पंचायत बकोड़ा में कृषि उपज मंडी लालबर्रा का कार्यालय स्थानांतरित होने के कारण पुराने कृषि उपज मंडी भवन की लोहे के एंगल, टीन, बल्ली व अन्य उपयोगी सामग्रियों की नीलामी नही होने के कारण खुले आसमान के नीचे रखा गया है जिसके कारण बारिश होने पर लाखों रूपये की सामग्री खराब हो रही है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है अगर मंडी प्रशासन के द्वारा पुरानी कृषि उपज मंडी भवन की सामग्रियों की नीलामी कर दी जाती है तो लाखों रूपये का राजस्व मंडी प्रशासन को मिलेगा। विदित हो कि हाई स्कूल मार्ग के वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति के सामने कृषि उपज मंडी का भवन था जो जीर्णशीर्ण हो चुका था और नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद पुरानी कृषि उपज मंडी के भवन को तोड़कर हाई स्कूल के सामने स्थित सामुदायिक भवन में मंडी कार्यालय संचालित किया जा रहा था एवं पुरानी कृषि उपज मंडी के लोहे के एंगल, टीनशेड व अन्य सामग्री को सामुदायिक भवन में रखी गई थी। जिसके बाद विगत दिवस बकोड़ा स्थित भव्य नवीन मंडी भवन का लोकार्पण होने के बाद कार्यालय बकोड़ा में विस्थापित कर दिया गया है परन्तु पुराने मंडी भवन के उपयोगी सामग्री की नीलामी नही होने के कारण उसे खुले आसमान के नीचे रखा गया है जो खराब हो रही है। अगर मंडी प्रशासन के द्वारा नीलामी की प्रक्रिया के तहत लोहे के एंगल, टीनशेड़, लकड़ी की बल्ली व अन्य उपयोगी सामग्रियों को नीलाम कर दिया जाता है तो मंडी को राजस्व प्राप्त होने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को कम दामों में उपयोगी वस्तुएं प्राप्त हो सकती है परन्तु विगत तीन वर्षोंसे पुराने कृषि उपज मंडी भवन की उपयोगी सामग्री की नीलामी की प्रक्रिया नही होने के कारण लाखों रूपयों की लोहे के एंगल, टीनशेड सहित अन्य सामग्री खराब हो रही है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे मंडी प्रशासन को लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है। जागरूक नागरिकों ने मंडी प्रशासन से मांग की है कि पुरानी कृषि उपज मंडी भवन की जो उपयोगी सामग्री है उसकी नीलामी की जाये ताकि जरूरतमंद उसकी खरीदी कर सकते है जिससे मंडी प्रशासन को भी आर्थिक लाभ होगा।
कृषि उपज मंडी लालबर्रा सचिव युवराज ठाकरे ने बताया कि पुरानी कृषि उपज मंडी भवन की सामग्री की नीलामी के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवा चुके है और भोपाल से नीलामी की प्रक्रिया के आदेश मिलने के बाद हमारे द्वारा नीलामी की जायेगी परन्तु अब तक ऐसे कोई आदेश नही आये है और पुरानी कृषि उपज मंडी भवन के लोहे के एंगल, टीनशेड, बल्ली व अन्य उपयोगी सामग्री है जो करीब १ लाख रूपये कीमत के है, नीलामी हो जाती है तो मंडी बोर्ड को करीब १ लाख रूपये का राजस्व प्राप्त होगा।