ग्वालियर के मुरार में सोमवार दोपहर एक घर में 3 लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। यहां कमरे में एक पुरुष, महिला और उनकी 13 साल की बच्ची के शव मिले हैं। पड़ोस में रहने वाली महिला जब उनके घर पहुंची, तो घटना का खुलासा हुआ। तीनों के चेहरे काले पड़ने के साथ ही बॉडी सड़ने लगी है। सूचना मिलते ही SP ग्वालियर अमित सांघी, ASP राजेश डंडौतिया मौके पर पहुंचे। जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। दो लोगों की गला दबा कर और महिला की चाकू मारकर हत्या की गई है। हत्या की वजह प्रॉपर्टी विवाद मानी जा रही है।
उपनगर मुरार के अल्पना टॉकीज तिकोनिया निवासी जगदीश पाल (60) , उनकी पत्नी सरोज पाल (55) और उनकी बेटी कृति उर्फ कीर्ति पाल (13) के शव उनके ही घर में पड़े मिले हैं। पास ही रहने वाली मालती पाल के घर कृति उनके बच्चों को खिलाने आती थी, लेकिन शनिवार से वह नहीं आई थी। सोमवार दोपहर मालती, कृति को देखने के लिए उसके घर पहुंची। यहां दरवाजा खुले मिले। अंदर जाकर देखा, तो बेड पर सरोज और नीचे कृति और जगदीश पाल के शव पड़े थे। चहरे काले पड़ गए थे। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक एक्सपर्ट साइंटिस्ट अखिलेश भार्गव को भी मौके पर बुलाया गया। फिंगर प्रिंट, डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने की घटना स्थल की जांच
फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया है। शव करीब डेढ़ से दो दिन पुराने बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बेटी और पिता की हत्या गला घोंटने से की गई है, जबकि महिला के पेट पर चाकू के घाव हैं। इसके साथ ही पुलिस ने सीन को रीक्रिएट किया है। माना जा रहा है कि पहले बच्ची फिर जगदीश पाल की हत्या की गई है। इसी समय सरोज के विरोध करने पर उसे मारा गया है।
घटना स्थल के बाहर पड़ोसियों से पूछताछ करते एएसपी राजेश डंडौतिया।
भयावह था कमरे का नजारा
पुलिस ने जब कमरे में कदम रखा, तो पाया कि सरोज की डेड बॉडी बिस्तर पर पड़ी थी। बेटी कीर्ति उर्फ कृति का शव जमीन पर पड़ा था। जगदीश दिख नहीं रहा था, पर जब आसपास देखा, तो जगदीश का शव भी बेड के नीचे जमीन पर मिला। तीनों के चेहरे काले पड़ चुके थे।
प्रॉपर्टी को कारण मान रही पुलिस
जगदीश के परिवार में एक भाई लक्ष्मीनारायण है। जगदीश पाल और सरोज के बच्चा नहीं था। जिस मकान में वह रहते हैं, उसका कोई वारिस न होने पर प्रॉपर्टी पर रिश्तेदारों की नजर थी। जगदीश ने कुछ समय पहले साले राजेन्द्र पाल की बेटी कीर्ति उर्फ कृति को गोद लिया था। उनके बाद मकान उसी के नाम होना था। जिस जगह यह घर है, वह बीच बाजार में है, इसलिए भी पुलिस को शक है कि प्रॉपर्टी के लिए हत्या की गई है। जगदीश के घर के ताले तो टूटे मिले हैं, लेकिन लूट, चोरी जैसा कुछ भी नहीं हुआ है।
किराए से चलता था खर्चा
पड़ताल में पता चला है कि जगदीश पाल कुछ साल पहले तक बेल्डिंग का काम करता था, लेकिन उसके बाद स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। उसने कई साल से काम धंधा छोड़ दिया था। अभी वह ठीक से चल भी नहीं पाता था। पत्नी सरोज की उम्र हो चली थी। घर के नीचे दुकानें हैं। उन्हें किराए पर दे रखा था, जिससे घर का खर्च चला रहे थे। गांव में कुछ जमीन का पता लगा है। पुलिस पड़ताल कर रही है।
कमरे में पड़े तीन शव, महिला सरोज बेड पर है, उसके नीचे बेटी कृति और पीछे पति जगदीश पाल के शव पड़े हैं।
वारदात शनिवार रात या रविवार दोपहर में हुई
जगदीश ज्यादातर समय घर के दरवाजे पर बैठा दिखता था। अक्सर 100 मीट के एरिया में वॉकिंग करते नजर आते थे, लेकिन शनिवार शाम से उनको किसी ने नहीं देखा था। जिस अवस्था में शव मिले हैं उससे आशंका है कि शनिवार रात या रविवार दोपहर वारदात को अंजाम दिया गया है।
एएसपी राजेश डंडौतिया ने बताया कि लूट चोरी का एंगल समझ नहीं आया है। प्रॉपर्टी को लेकर हत्या माना जा रहा है। पुलिस सीन रीक्रिएट कर पड़ताल कर रही है।