कोरोना संकट के कारण एयरलाइंस कंपनियों और एयरपोर्ट अथारिटी को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। संक्रमण के खतरे के कारण विमान से सफर करने वालों की संख्या 80 फीसद तक कम हो गई थी, पर अब यह बीते दिनों की बात हो गई है। भोपाल एयरपोर्ट की रौनक फिर से लौट आई है। हवाई यातायात पर कोरोना का असर लगभग समाप्ति की ओर है।कोरोना की पहली लहर के समय दो माह तक घरेलू उड़ानें बंद रही थीं। दूसरी लहर के दौरान हवाई यातायात पूरी तरह बंद नहीं हुआ, लेकिन कई पाबंदियों और संक्रमण के खतरे के कारण यात्रियों ने ही सफर करना बंद कर दिया। नतीजतन, एयरलाइंस कंपनियों को अपनी उड़ानें अस्थाई रूप से बंद करनी पड़ी। राजा भोज एयरपोर्ट से कुछ समय तक एक भी उड़ान का संचालन नहीं हुआ। दो उड़ानों के साथ एयर ट्रैफिक पुन: शुरू हुआ था, लेकिन यात्रियों का टोटा बना हुआ था। अब स्थिति सामान्य हो रही है।
13 उड़ानों का संचालन पुन: शुरू हुआकोरोना काल से पहले भोपाल से 15 जोड़ी उड़ानों का संचालन हो रहा था। अब 15 में से 13 जोड़ी उड़ानों का संचालन फिर से शुरू हो गया है। यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यात्रियों की औसत संख्या 2500 से भी अधिक हो गई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जून माह में राजा भोज एयरपोर्ट से 26 हजार 506 यात्रियों ने सफर किया। इस दौरान 264 विमानों ने फेरे लगाए। जुलाई के अधिकृत आंकड़े अभी जारी नहीं हुए हैं, लेकिन अनुमानित संख्या 50 हजार हो सकती है। अगस्त की शुरुआत के साथ ही संख्या फिर बढ़ी है। अब औसत ढाई हजार यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे हैं। माना जा रहा है कि विंटर सीजन में भोपाल एक बार फिर एक लाख मासिक यात्री संख्या वाले क्लब में शामिल हो जाएगा।
भोपाल से इन शहरों तक सीधी उड़ानवर्तमान में भोपाल से दिल्ली एवं मुंबई के अलावा हैदराबाद, बेंगलुरु, प्रयागराज एवं तक सीधी उड़ान सुविधा है। बेंगलुरु उड़ान चेन्न्ई भी जाती है। अगले माह तक अहमदाबाद एवं आगरा उड़ान भी शुरू होने की उम्मीद है। इन दोनों उड़ानों के साथ ही एयर ट्रैफिक कोरोना से पहले की स्थिति में आ जाएगा। लखनऊ, कोलकाता, रायपुर एवं जयपुर उड़ान भी शुरू होने की संभावना है।
पाबंदियां हटने से और बढ़ेगा ट्रैफिकवर्तमान में डीजीसीए की ओर से 65 फीसदी क्षमता तक उड़ान संचालन की अनुमति है, इस कारण कुछ उड़ानें शुरू नहीं हो पा रही हैं। पाबंदी हटते ही भोपाल से एयर ट्रैफिक तेजी से बढ़ेगा। स्थिति सामान्य होने लगी है।