शहर के उपनगरी क्षेत्र सरेखा में शासन ने 8 वर्ष पूर्व पानी की टंकी तो बना दी लेकिन अब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं की हो सकी। जिसका खामियाजा सरेखा वार्ड वासियों सहित आसपास के अन्य वार्ड वासियों को भुगतना पड़ रहा है जो आज के इस दौर में सरकारी नल और हैंडपंप में पानी लाने के लिए लाइन लगाने को मजबूर हैं।
जहां उपनगरी क्षेत्र वासियों ने नगरी प्रशासन से घर घर नल घर-घर जल योजना का लाभ दिलाने और वर्षों से बनकर तैयार पानी की टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।
शहर के उपनगरी क्षेत्र सरेखा में शासन ने 8 वर्ष पूर्व पानी की टंकी तो बना दी लेकिन अब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं की हो सकी। जिसका खामियाजा सरेखा वार्ड वासियों सहित आसपास के अन्य वार्ड वासियों को भुगतना पड़ रहा है जो आज के इस दौर में सरकारी नल और हैंडपंप में पानी लाने के लिए लाइन लगाने को मजबूर हैं।
जहां उपनगरी क्षेत्र वासियों ने नगरी प्रशासन से घर घर नल घर-घर जल योजना का लाभ दिलाने और वर्षों से बनकर तैयार पानी की टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।
उपनगरी क्षेत्र सरेखा निवासियों को न सिर्फ पानी की टंकी से पानी नहीं मिल रहा है बल्कि करीब 5 वर्ष पूर्व नगर में शुरू की गई करोड़ों की जल आवर्धन योजना से भी पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है जहां दोनों वक्त की पानी सप्लाई करने के वादे को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपए तो खर्च कर दिए गए हैं लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी क्षेत्रवासियों को दोनों योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है जहा यह दोनों योजना अब तक फेल साबित हुई है।
उपनगरी क्षेत्र सरेखा निवासियों को न सिर्फ पानी की टंकी से पानी नहीं मिल रहा है बल्कि करीब 5 वर्ष पूर्व नगर में शुरू की गई करोड़ों की जल आवर्धन योजना से भी पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है जहां दोनों वक्त की पानी सप्लाई करने के वादे को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपए तो खर्च कर दिए गए हैं लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी क्षेत्रवासियों को दोनों योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है जहा यह दोनों योजना अब तक फेल साबित हुई है।