नगर मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत पनबिहरी स्थित प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेवा केन्द्र में सोमवार को प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रथम मुख्य प्रशासिका ब्रम्हाकुमारी ओम राधे की ५९ वीं पुण्यतिथि श्रध्दापूर्वक मनाई गई। यह कार्यक्रम प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र पनबिहरी की उज्जवला बहन सहित अन्य बहन-भाईयों की उपस्थिति में प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सर्वप्रथम ब्रम्हाकुमारी ओम राधे (मातोश्वरी) के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया एवं श्रध्दासुमन अर्पित किये गये और उनके बताये मार्ग पर चलने का सभी ने संकल्प लिया। जिसके बाद सेवा केन्द्र परिसर में विभिन्न प्रजाति के फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण कर उसकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर उपस्थितजनों ने प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रथम मुख्य प्रशासिका ब्रम्हाकुमारी ओम राधे के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा किये गये कार्यों को याद कर सभी को सत्य के मार्ग पर चलकर स्वस्थ जीवन जीने की बात कही गई। चर्चा में ब्रम्हाकुमारी उज्जवला बहन ने बताया कि प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की प्रथम मुख्य प्रशासिका ब्रम्हाकुमारी ओम राधे को हम लोग प्रेम से मम्मा कहते है जिनका ५९ वीं पुण्यतिथि को सदभावना दिवस के रूप में श्रध्दापूर्वक मनाई गई है। साथ ही यह भी बताया कि ओम राधे (मातोश्वरी) जी का जीवन अत्यन्त आदर्श होने के कारण सभी के लिए प्रेरणादायी है और उन्होंने एक माँ की तरह सभी ब्रम्हावत्सों की पालना की, अध्यात्म के गूढ़ रहस्यों को अत्यन्त सहज रीति से समाज के सामने प्रस्तुत किया ताकि साधारण से साधारण आदमी भी उसे समझकर जीवन में अपना सके और उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर यही संदेश देना चाहते है कि हर मनुष्य आत्मा को सद्भावना के गुण को अपने जीवन में धारण कर अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाना चाहिए।