वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत डोंगरगांव से मंगेझरी मार्ग आज भी कच्चा मार्ग है जो काफ ी जर्जर हो चुका है। जिसमें बड़े.बड़े गड्ढे बन गए हैं तो वहीं गिट्टी के बड़े.बड़े पत्थर भी बाहर आ गए हैं जहां आवागमन करने वालों को काफ ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परंतु ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को एवं महाराष्ट्र आने वाले लोगों को बाईपास के रूप में बालाघाट के लिए यह मार्ग मिलता है। जिससे लोग मार्ग पर स्थित ग्रामीण क्षेत्र या बालाघाट के लिए उपयोग करते हैं हालांकि वर्तमान तक उक्त मार्ग पर कोई कार्य नहीं करवाया गया है । और ना ही कोई ध्यान दिया गया है जिसका परिणाम है कि यह मार्ग खस्ता हाल होता जा रहा है। जहां पर छोटे.बड़े सभी प्रकार के वाहनों से आवागमन कर रहे राहगीरों के द्वारा मार्ग की मरम्मत करने या इसे पक्का निर्माण करने की मांग की जा रही है। ताकि वर्तमान एवं बारिश में होने वाली समस्या से निजात मिल सके।
मार्ग पर गड्ढे पत्थर और बारिश में कीचड़ से राहगीर परेशान
ग्राम पंचायत डोंगरगांव स्थित लिंगमारा दिनी मार्ग पर गुजरने वाली नहर के पास से एक कच्चा मार्ग मंगेझरी के लिए निकलता है। जो आगे कासपुर मदनपुर होते हुए वारासिवनी और कासपुर आलेझरी एकोड़ी होते हुए बालाघाट के लिए लोग आवागमन करते हैं। उक्त मार्ग का उपयोग बटरमारा पुलिया बनने से बहुत ज्यादा बढ़ चुका है । महाराष्ट्र के लोग भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं तो वहीं महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जाने के लिए भी क्षेत्र के लोग इसी मार्ग से आना जाना करते हैं। क्योंकि यह मार्ग से कम दूरी है यदि उक्त क्षेत्र के ग्रामीण जन वारासिवनी होते हुए या किसी दूसरे ग्रामीण क्षेत्र से होते हुए बालाघाट की ओर जाते हैं तो उन्हें लंबा रास्ता पड़ता है। हालांकि यह कच्चा मार्ग है परंतु इस पर भी अच्छा खासा यातायात का दबाव बना हुआ जहां से सभी प्रकार के वाहनों का आना जाना होता है। वर्तमान में गर्मी का दौर चल रहा है ऐसे में सुखा मार्ग होने से उतनी समस्या नहीं है। मार्ग पर छोटे.बड़े गड्ढे हो गए हैं गिट्टी के छोटे.बड़े पत्थर बाहर आ गए हैं जो समस्या बने हुए हैं। परंतु बारिश के दौरान उक्त मार्ग पर बहुत ज्यादा कीचड़ हो जाता है जहां फि सलन और दलदल की स्थिति बनी रहती है। जहां वाहनों के टायर फ सते हैं मोटर साइकिल और साइकिल से चलना दुर्भार हो जाता है । ऐसे में लंबे समय से हो रही समस्या से निजात दिलाने के लिए राहगीरों के द्वारा मार्ग के पक्के निर्माण की मांग शासन प्रशासन से की जा रही है।
आजादी के बाद से आज तक नही हुआ इस मार्ग का पक्का निर्माण-केशव बैस
केशव बैस ने बताया कि डोंगरगांव से मंगेझरी २ किलोमीटर है यह मार्ग आगे कासपुर ,मदनपुर ,एकोडी ,भांडी ,पिपरिया होते हुए बालाघाट तक जाता है। डायरेक्ट यह मार्ग है और उधर के लोगों को गोंदिया जाने के लिए भी यही मार्ग है यहीं से वह लोग लिंगमारा रोड़ पर आते हैं। जहां से दिनी की ओर बटरमारा जाते हैं इस मार्ग को शासन प्रशासन ने गंभीरता से ध्यान देते हुए पक्का निर्माण करवाना चाहिए। आजादी के बाद से यह कच्चा मार्ग बना हुआ है मंगेझरी पंचायत में तालाब तक गिट्टी की बारीक चिल्ली डाल दी गई है। किंतु बाकी जगह बड़े.बड़े गड्ढे और पत्थर बाहर निकले हुए हैं किसान भी इस मार्ग का उपयोग खेतों में जाने के लिए करते हैं वाहन सतत आते जाते रहते हैं। महाराष्ट्र ,छत्तीसगढ़ के लिए बटरमारा पुल से निकलकर आगे रास्ता तय करते हैं। शासन प्रशासन को इसे प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना या पीडब्लूडी मेंं जोडक़र निर्माण करवाना चाहिए।
कच्चा मार्ग होने से सभी राहगीरों को हो रही परेशानी-वीरेंद्र इडपांचे
राहगीर वीरेंद्र इडपांचे ने बताया कि डोंगरगांव से मंगेझरी मार्ग है यहां से ३ किलोमीटर है। यदि महाराजपुर होते जाएंगे तो ६ किलोमीटर का लंबा सफ र तय करना पड़ता है। यह मार्ग अभी बहुत चलता है किंतु सडक़ की दशा ठीक नहीं है यहां से सीधा मंगेझरी होते हुए लोग बालाघाट और वारासिवनी के लिए निकलते हैं। पूरा कच्चा मार्ग है हम पैदा नहीं हुए थे तब से यह मार्ग कच्चा बताया जाता है और हम भी लंबे समय से देख रहे हैं। हम यही चाहते हैं कि अच्छा रोड़ यहां पर बन जाए ताकि आने.जाने में जो दिक्कत होती है वह किसी भी यात्री को ना हो सभी सुरक्षित आवागमन कर सके।
इस रोड़ की हालत जर्जर हो चुकी है चलना मुश्किल है-यशवंत पारधी
राहगीर यशवंत पारधी ने बताया कि मार्ग में इतने गड्ढे है कि मोटरसाइकिल से चलना मुश्किल हो जाता है विगत कई वर्ष से यही स्थिति मार्ग की बनी हुई है। किसी के द्वारा कोई कार्य नहीं करवाया गया है यह मार्ग का उपयोग बटरमारा से आने वाले महाराष्ट्र के लोग और विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र के लोग समय और दूरी बचाने के लिए करते हैं। अभी सुखा रोड़ है तो ठीक है बारिश होते ही इतनी ज्यादा गड्ढे हो जाते हैं कि कीचड़ में पैर खपने लगता है । पूरा रोड़ में कीचड़ हो जाता है इस रोड़ की हालत जर्जर हो चुकी है चलना मुश्किल है। बहुत ज्यादा लोग यहां से आना जाना करते हैं हम यही चाहते हैं कि रोड बने।