मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को बुरहानपुर जाने से पहले थोड़ी देर के लिए इंदौर विमानतल पर रुके। शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने अफसरों से कहा- चैंबरों में बैठने के बजाय फील्ड में उतरें। मुख्यमंत्री की नाराजगी का बुधवार रात असर देखने को मिल गया। पूर्वी और पश्चिम जिले के अफसर मैदान में उतरे और शराब दुकानों, अहातों से लेकर गलियों तक में चेकिंग शुरू कर दी। देर रात तक करीब सवा सौ संदेहियों से थाने भर गए। सांसद शंकर लालवानी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पिछले दिनों एरोड्रम क्षेत्र में सरेआम हुई हत्या व मारपीट की घटना का जिक्र किया था। इसके बाद सीएम ने चिंता जताई। असर यह हुआ कि डीआइजी मनीष कपूरिया भी खुद चेकिंग का जायजा लेने शहर में घूमते नजर आए।
चौराहों पर चेकिंग : एएसपीसीएसपी और टीआइ ने जिला पुलिस लाइन का बल और नगर सुरक्षा समिति सदस्यों की टीम लेकर जगह-जगह जांच की। चौराहों पर ब्रिथ एनालाइजर, एचएचएमडी मशीन वीडियो से चेकिंग की। एएसपी (पश्चिम-2) डा. प्रशांत चौबे के मुताबिक पुलिस ने कैफे से संदेही, बगैर नंबर वाले वाहन, नशा करने वालों को भी हिरासत में लिया गया है। इसी प्रकार पूर्वी क्षेत्र में भी अवैध शराब व मादक पदार्थों की खरीद करने वालों के विरुद्ध केस दर्ज किए गए।
पोलोग्राउंड क्षेत्र की 12 हेक्टेयर जमीन मिलेगी
सरकार को पोलोग्राउंड क्षेत्र में कान्ह नदी किनारे रक्षा मंत्रालय की 12 हेक्टेयर जमीन सरकार को मिलेगी। इसके बदले रक्षा मंत्रालय को शहर के किसी दूसरे हिस्से में इतनी ही जमीन दी जाएगी। बुधवार को मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान अफसरों ने इस जमीन के बारे में बताया तो उन्होंने रक्षा मंत्रालय को 12 हेक्टेयर जमीन खोजने के निर्देश दिए।