भीकनगांव, खरगोन, Valentine Day 2021। वेलेंटाइन-डे को यादगार बनाने के साथ ही थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझते बच्चों के लिए रक्त एकत्रित करने के लिए नगर के लक्ष्य परिवार के युवा हर वर्ष 14 फरवरी को रक्तदान शिविर का आयोजन करते हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य थैलेसीमिया व जरुरतमंदों को रक्त पहुंचाना है। नगर के युवा गैरों की जिंदगी के लिए अपनों को जागरुक कर रहे है। मां त्रिवेणी मित्र मंडल और लक्ष्य परिवार द्वारा आयोजित किया गया रक्तदान व रक्त परीक्षण शिविर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर कर नागरिकों को जागरुक कर रहे हैं। साथ ही उन्हें रक्तदान का महत्व बता रहे हैं। रविवार को टंट्या मामा भवन में रविवार सुबह 10 बजे शिविर की शुरुआत हुई। शिविर में सबसे पहले कपल डोनर महेंद्र शर्मा और ज्योति शर्मा रक्तदान के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया वे पिछले चार वर्ष से 14 फरवरी पर रक्तदान कर रहे हैं
नीलेश शर्मा और पत्नी आरती शर्मा ने बताया कि वेलेंटाइन-डे पर रक्तदान कर इस दिन को हमेशा यादगार बनाते हैं। दोपहर 12 बजे तक शिविर में करीब 50 यूनिट रक्त एकत्रित कर लिया गया था। शिविर में इंदौर से 12 युवाओं की टीम रक्तदान के लिए शिविर में पहुंची है। शिविर शाम पांच बजे तक जारी रहेगा।
अनोखे ढ़ंग से मनाते है वेलेंटाइन-डे
उल्लेखनीय है कि लक्ष्य परिवार वेलेंटाइन-डे को अनोखे ढ़ंग से मनाता हैं। वेलेंटाइन-डे पर युवाओं को रक्तदान से जोड़ने के लिए प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों के रक्तदाताओं की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है। गत छह वर्ष में कैंप के माध्यम से 2277 यूनिट रक्तदान व 7598 व्यक्तियों का रक्त परिक्षण किया गया था। आयोजन में नगर की विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं का योगदान रहता है।
छह साल पहले बनाई संस्था
आदिवासी बहुल क्षेत्र में मरीजों को खून की जरुरत पड़ने पर परिजन परेशान होते थे। इसकी कमी से लोगों की जान पर खतरा मंडराते देख 25 सितंबर 2014 को लक्ष्य परिवार संस्था का गठन किया था। दो लोगों से शुरू हुआ रक्तदान का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा हैं। संस्था ने अब तक पांच हजार से भी अधिक यूनिट रक्तदान करा चुकी है। 14 फरवरी को होने जा रहे रक्तदान शिविर इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रचार किया गया।
गत पांच वर्ष में इतना यूनिट रक्त जुटाया
वर्ष- परीक्षण- रक्तदान
2015- 911- 222
2016- 930- 762
2017- 1230- 480
2018- 2501- 262
2019- 1193- 300
2020- 833- 251