ईरान पर सवाल, पाकिस्तान के परमाणु बम पर चुप्पी…एक्सपर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप को सुना दी खरी-खरी

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वॉशिंगटन: इजरायल ने शुक्रवार सुबह ईरान पर भीषण हमले किए हैं। इजरायल का कहना है कि उसने ईरान को परमाणु बम बनाने से रोकने के लिए ये हमले किए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों के लिए इजरायल की पीठ थपथपाते हुए कहा है कि इससे उनके प्रशासन को ईरान के साथ परमाणु समझौता करने में मदद मिलेगी। डोनाल्ड ट्रंप के इस रुख पर कूटनीति विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने सवाल उठाते हुए उनको कटघरे में खड़ा किया है क्योंकि पाकिस्तान को परमाणु बम बनाने और सैन्य रूपर से मजबूत करने में अमेरिका ने हमेशा उसकी मदद की है। चेलानी ने ट्रंप को सुनाते हुए कहा है कि अमेरिका का रवैया सबके लिए एक जैसा नहीं है।

ब्रह्मा चेलानी ने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ईरान के पास परमाणु बम नहीं हो सकता है यानी वह ईरान को परमाणु बम बनाने से किसी भी सूरत में रोकेंगे। दूसरी ओर भारत को रोकने के लिए अमेरिका (और चीन ) ने आतंकवाद का निर्यात करने वाले पाकिस्तान को परमाणु बम बनाने में मदद की। हाल ही में ट्रंप ने भारत के साथ संघर्ष के दौरान भी पाकिस्तान को बचाने का काम किया।’

साझा किया दस्तावेज

चेलानी ने अपने ट्वीट के साथ न्यूयॉर्क टाइम्स का एक दस्तावेज भी शेयर किया, जिसमें बताया गया है कि कैसे 60 के दशक से ही पाकिस्तान के परमाणु बनाने के ऐलान पर अमेरिका ने ना सिर्फ चुप्पी साधी बल्कि उसे मदद भी की। इस दस्तावेज में 60 के दशक में जुल्फिकार भुट्टो के ‘रोटी नहीं खाएंग लेकिन परमाणु बम बनाएंगे’ जैसे नारों पर अमेरिका की खामोशी और बाद में भी इस्लामाबाद को वॉशिंगटन की मदद का जिक्र है।

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