एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने बताया कि वह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में गहराते खाद्य संकट से निपटने के लिए 2025 तक संबंधित परियोजनाओं के लिए 14 अरब डॉलर देगा। एडीबी ने कहा कि क्षेत्र में गरीबी और खाने के सामान के बढ़ते दामों के कारण स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा खाना खाने से वंचित 1.1 अरब लोगों की मदद के लिए एडीबी ने व्यापक कार्यक्रम की योजना तैयार की है।
एडीबी के अध्यक्ष मासत्सुगु असाकावा ने कहा, यह खाद्य संकटसे निपटने समय पर उठाया गया ऐसा कदम है, जिसकी तत्काल जरूरत थी। इस संकट से एशिया में बहुत से गरीब परिवार खाने से वंचित हो रहे हैं और गरीबी में फंसते जा रहे हैं। योजना में जलवायु परिवर्तन और जैवविविधता के नुकसान से पार पाने को लेकर खेती और खाद्य आपूर्ति को मजबूत करके दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा व्यवस्था में सुधार पर भी जोर दिया गया है।
एडीबी ने कहा कि कोष का उपयोग खेती, खाद्य उत्पादन और वितरण, जल संसाधन प्रबंधन तथा सामाजिक समर्थन से संबंधित मौजूदा और नई परियोजनाओं में होगा। असाकावा ने कहा कि अल्पकाल में समर्थन का लक्ष्य संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित लोग यानी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आर्थिक परिदृश्य बदतर हुआ है। कई जिंसों के दाम बढ़े हैं और कई विकासशील देशों में मुद्रा की विनिमय दर में गिरावट तथा ब्याज दर बढ़ने के कारण आर्थिक परिवेश कठिन हुआ है। एडीबी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में क्षेत्र के लिये वृद्धि के अनुमान को कम कर 4.3 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 5.2 प्रतिशत था। अगले साल इसके 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।