विश्वास न्यूज के फैक्ट चेकर्स ने गोरखपुर के लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीपफेक की जानकारी देते हुए फैक्ट चेकिंग के बारे में प्रशिक्षित किया। सेमिनार का आयोजन बुधवार को दिग्विजय नाथ पीजी कॉलेज में किया गया।
सोर्स अंधेरे में टॉर्च की तरह- पल्लवी मिश्रा
सच के साथी सीनियर्स के तहत आयोजित सेमिनार में डिप्टी एडिटर और फैक्ट चेकर पल्लवी मिश्रा ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर पर रोजाना सूचनाएं वायरल होती हैं। इनमें से कई फर्जी और भ्रामक होती है। वहीं, कुछ एजेंडा के तहत पोस्ट की जाती है। ऐसे में जरूरी है कि सोर्स की जांच करें। सोर्स आपके लिए अंधेरे में टॉर्च का काम करेगा। इस तरह से भ्रामक और फर्जी सूचनाओं की चेन को तोड़ा जा सकता है।
पल्लवी मिश्रा ने कहा कि लुभावने मैसेजों के साथ फिशिंग लिंक पोस्ट किए जाते हैं। इनका बिना वेरिफिकेशन के क्लिक करने से आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने बताया, ‘ऐसे लिंक्स में गलतियां होती हैं। इनके देखते ही पता चल जाएगा कि संदिग्ध हैं। यदि कोई ऑफर है तो आधिकारिक वेबसाइट या सोशल मीडिया हैंडल्स पर होगा।’
एआई के फायदे के बारे में बताया
कार्यक्रम के दौरान एसोसिएट एडिटर एवं फैक्ट चेकर आशीष महर्षि ने एआई के फायदे और महत्व के बारे में बताया। उन्होंने एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना, काजोल और आलिया भट्ट के वायरल डीपफेक के वीडियो का उदाहरण दिया। आशीष ने कहा कि ध्यान से देखने पर इनमें कमियां मिल जाएंगी। इसके अलावा गूगल ओपन सर्च और रिवर्स इमेज के जरिए संदिग्ध पोस्ट की जांच करना भी सिखाया।