बालाघाट : मोबाइल दुकान संचालकों पर तीसरे दिन भी जारी रही जीएसटी की कार्यवाही

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 बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। टैक्स चोरी के मामले में मोबाईल संचालकों पर स्टेट जीएसटी की बालाघाट टीम द्वारा पिछले 2 दिनों से शुरू की गई कार्यवाही तीसरे दिन भी जारी रही सोमवार से शुरू की गई इस कार्यवाही में जीएसटी की टीम रोजाना अलग-अलग मोबाइल शॉप में दबिश देकर जीएसटी से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है ।जहां सोमवार और मंगलवार को अलग-अलग 3 मोबाइल शॉप में की गई इस कार्यवाही में मोबाइल की खरीदी बिक्री, वर्तमान स्टॉक, आईटीसी क्लेम और मोबाइल संचालकों द्वारा भरे गए जीएसटी रिटर्न में भारी अंतर मिलने पर जीएसटी की टीम ने रेणुका,अविनाश और ओम मोबाइल शॉप संचालकों से कुल 7लाख77हजार83 रुपए का चालान जमा कराया है वहीं इन तीनों मोबाइल शॉप में कि अब तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। उधर जीएसटी की इस टीम ने बुधवार को भी अपनी कार्यवाही जारी रखी जहां टेक्स चोरी के संदेह में जीएसटी की दो अलग-अलग टीमों ने नगर के मेन रोड स्थित दो मोबाइल शॉप में दबिश देकर मोबाइल की खरीदी बिक्री, वर्तमान स्टॉक, जीएसटी रिटर्न, आईटीसी क्लेम, और जीएसटी से संबंधित दस्तावेजों की जांच पड़ताल की।जहां जीएसटी की पहली टीम ने रिमझिम मोबाइल में दबिश देकर दस्तावेजो कि जांच पड़ताल की तो वही जीएसटी की दूसरी टीम ने मोबाईल हब शाप में दबिश देकर देर शाम तक दस्तावेजों से जुड़ी जानकारी एकत्र की। आपको बताए कि जीएसटी की टीम वर्ष 2017 से अब तक के रिकॉर्ड खंगाल रही है जिसमें वर्ष 2017 से अब तक की गई मोबाइल खरीदी,बिक्री उनके बिल ,मोबाइल खरीदी और बिक्री के बाद दुकान में बचे माल की गणना व दुकानदारों द्वारा वर्ष 2017 से अब तक का जमा किया गया।जीएसटी रिटर्न सहित अन्य दस्तावेजों की जांच चल रही है।बताया जा रहा है कि 5 दुकानों में की जा रही यह जांच पूरी नहीं हो सकी इसलिए जीएसटी रिटर्न के मूल अंतर का कुछ अमाउंट दुकान संचालकों से जमा कराया जा रहा है उसके बाद मोबाइल से खरीदी- बिक्री,जमा किए गए जीएसटी,और आईटी क्लेम से जुड़े दस्तावेज खंगाले जाएंगे।स्टेट जीएसटी असिस्टेंट कमिश्नर एसएल बैगा के नेतृत्व में रिमझिम और मोबाइल हब शॉप पर की गई इस कार्यवाही के दौरान स्टेट टैक्स ऑफिसर सरिता सिरसाम, डीएल पटले, टैक्स ऑफिसर संध्या यादव, स्टेट टैक्स ऑफिसर अनूप शर्मा, असिस्टेंट टैक्स ऑफिसर ऋषि ठाकुर ,आईटी असिस्टेंट अजय देशमुख, रीडर रामटेककर, ड्राइवर राजेश बिसेन,प्यून मोतीराम मदनकर सहित अन्य प्रमुख रूप से अन्य उपस्थित रहे।
रेणुका मोबाइल संचालक ने जमा किया 2 लाख 96 हजार 583रु का चालान, दुकान अब भी सील
आपको बताए कि जीएसटी की टीम रोजाना ही अलग-अलग मोबाइल शॉप में दबिश देकर जीएसटी से जुड़े दस्तावेज खंगाल रहीं है।जहां इस टीम ने मोबाइल की खरीदी बिक्री, वर्तमान स्टॉक, जमा किए गए जीएसटी टैक्स के दस्तावेज ना मिलने पर पहले दिन सोमवार को रेणुका कम्युनिकेशन मोबाईल संचालक से 1लाख 30 हजार रु का चालान जमा कराया, तो वही रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल को सील बंद करने की कार्यवाही की गई।वही दूसरे दिन मंगलवार को की गई कार्यवाही के दौरान जीएसटी की टीम ने रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल संचालक से पुन: 1लाख 66हजार 583 रु का चालान जमा कराया वहीं इस कार्यवाही से जुड़े तमाम दस्तावेज पेश ना करने पर पुना: रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल शाप को सील बंद करने की कार्रवाई की गई ।वर्तमान स्थिति तक जीएसटी की टीम ने रेणुका मोबाइल कम्युनिकेशन संचालक से अब तक कुल 2 लाख 96 हजार 583रु का चालान जमा कराकर रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल शाप को सील बंद कर रखा है।
इधर अविनाश मोबाईल शाप के दस्तावेजो की शुरू की पड़ताल
वही मेन रोड स्थित अविनाश मोबाइल शाप में 2 दिनों तक की गई कार्यवाही में जीएसटी की टीम ने 6लाख रु से अधिक अंतर मिलने पर अविनाश मोबाइल संचालक से अब तक 1लाख 60हजार रु का चालान जमा कराया है।वही इस टीम ने वही मामले से जुड़े तमाम तरह के दस्तावेजों को जप्त कर स्कूटनी के लिए रिकॉर्ड जीएसटी ऑफिस ले जाकर दस्तावेजो की सूक्ष्मता से जांच पड़ताल शुरू कर दी है
उधर ओम मोबाईल संचालक ने भरा 3लाख 20 हजार 500 रु का चालान
इसी तरह मंगलवार को की गई कार्यवाही में जीएसटी की टीम ने ओम मोबाइल शॉप संचालक से 3लाख 20हजार500 रु का चालान जमा कराया है।आपको बताए कि मंगलवार को जीएसटी की टीम ने नगर के मेन रोड स्थित ओम मोबाइल शॉप में दबिश दी थी जहां उन्होंने मोबाइल की खरीदी बिक्री वर्तमान स्टाक, जमा किए गए जीएसटी से संबंधित दस्तावेजों की रात करीब 10 बजे तक जांच की। इस कार्यवाही में टीम को मोबाइल की खरीदी बिक्री पर जमा कराए गए जीएसटी टैक्स में लगभग 5 लाख रु का अंतर मिला है जिस पर संबधित मोबाइल दुकान संचालक से कार्यवाही पूर्ण होने तक 3लाख 20 हजार 500 रु की चालान राशि जमा कराई गई है ।
3 दुकानदार अब तक भर चुके है 7 लाख 77 हजार 83 रु का चालान
जीएसटी टीम द्वारा सोमवार से शुरू की गई इस कार्यवाही में इन 3 दिनों में जीएसटी की टीम ने रेणुका ,अविनाश ,ओम, रिमझिम,और मोबाइल हब ऐसी कुल 5 दुकानों में जीएसटी चोरी से संबंधित दस्तावेजों की जांच की है जिसमें से तीन मोबाइल दुकान संचालकों से अब तक कुल 7 लाख 77 हजार 83  रु का चालान जमा कराया है वहीं रेणुका मोबाइल को सील कर ,पांचों मोबाइल शॉप से जुड़े दस्तावेज जप्त किए हैं, जिनकी सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक के बाद एक अन्य मोबाइल दुकान में भी जीएसटी की टीम दबिश देकर मामले की जांच करेगी जिसको लेकर अन्य मोबाइल दुकान संचालकों में हडक़ंप मचा हुआ है और वह अपने अपने स्तर पर रिकॉर्ड को मेंटेनेंस करने में जुटे हुए हैं ।
कई मोबाईल दुकान संचालक आईटीसी क्लेम के पात्र नही है
बताया जा रहा है कि मोबाइल बिक्री को लेकर दर्ज किए गए जीएसटी रिटर्न में आईटीसी क्लेम का विकल्प कई मोबाइल संचालको द्वारा भरा गया था ,जबकि कई दुकान संचालक इस क्लेम के पात्र नही है। जिसमे लाखो रु के हिसाब की बात सामने आई है जिसपर जीएसटी की टीम दस्तावेजो की जाच कर टैक्स का अंतर निकाल रही है।जहां जीएसटी टीम द्वारा पूरी जांच के बाद कार्यवाही से संबंधित जानकारी के साथ जल्द ही बड़े खुलासे किए जाने की बात कही जा रही है। आपको बताए कि मोबाइल की खरीदी बिक्री स्टॉक और जीएसटी रिटर्न के हिसाब में मिल रहे भारी अंतर,और आईटी क्लेम को देखते हुए स्टेट जीएसटी इंदौर आयुक्त राघवेंद्र सिंह द्वारा मोबाइल दुकानों में जीएसटी की जांच किए जाने के आदेश दिए गए हैं इंदौर आयुक्त द्वारा जारी किए गए इन्हीं आदेशों के तहत छिंदवाड़ा स्टेट जीएसटी संयुक्त आयुक्त पीके पांडे के निर्देशन पर सिवनी और बालाघाट दोनों जगहों की चुनिंदा संदिग्ध मोबाइल दुकानों में जीएसटी की जांच की जा रही है जिसके तहत सोमवार से शुरु की गई जीएसटी बालाघाट टीम की यहा कार्यवाही रोजाना जारी है जो आगे भी जारी रहने की बात कहीं जा रही है।
मोबाइल व्यापारी इस तरह कर रहे जीएसटी की चोरी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ मोबाइल दुकान संचालक तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं बताया जा रहा है कि कुछ मोबाइल दुकान संचालक मोबाइल की खरीदी और बिक्री का विभाग को स्वयं ब्यौरा नहीं दे रहे हैं वही सरकार को जीएसटी टैक्स देने में भी आनाकानी कर रहे हैं इसके अलावा कुछ दुकानदार ऑनलाइन मोबाइल मंगा कर पक्के बिल बिना ही पहचान वालों को मोबाइल की बिक्री कर रहे हैं।जो इस तरह का व्यापार कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं जबकि पक्के बिल पर मोबाइल की कम बिक्री दर्शाकर जीएसटी सहित इनकम टैक्स की चोरी की जा रही है।वही जमा किए गए कुछ टैक्स पर भी आईटी क्लेम लगा रहे है। जिस पर जीएसटी की टीम जगह जगह पहुंच कर मोबाइल की खरीदी बिक्री और जीएसटी से जुड़े दस्तावेजों सहित अब तक जमा किए गए जीएसटी टैक्स के मूल्य मूल्य के अंतर को निकाल रही है।
जाँच जारी है-डीएल पटले

इस पूरे मामले के संदर्भ में दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान स्टेट टैक्स ऑफिसर डीएल पटले ने बताया कि आज मेन रोड स्थित रिमझिम मोबाईल  और मोबाईल हब में टीम की कार्यवाही जारी है। फिलहाल दोनों मोबाइल संचालकों के यहां दस्तावेजों की जांच पूरी नही हुई है जो देर रात तक चलेगी अभी दोनों मोबाइल संचालकों से किसी भी प्रकार का चालान जमा नहीं कराया गया है जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी ।

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