इंदौर,Indore News। गरीब और बीमार बुजुर्गों को शहर से बाहर करने के मामले में नगर निगम द्वारा कराई गई विभागीय जांच की रिपोर्ट मंगलवार को आने की संभावना है। मुख्य जांच अधिकारी और अपर आयुक्त एसके चैतन्य यह रिपोर्ट निगमायुक्त प्रतिभा पाल को सौंपेंगे।
29 जनवरी को इंटरनेट मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें नगर निगम कर्मियों द्वारा अमानवीय तरीके से बुजुर्गों को शहर से बाहर शिप्रा गांव के पास छोड़ने के दृश्य दिखाई दिए थे। मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ा और इंदौर नगर निगम के साथ प्रदेश सरकार भी कठघरे में आ गई थी। घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने निगम के उपायुक्त प्रतापसिंह सोलंकी को निलंबित कर दिया था, जबकि निगम प्रशासन ने रैन बसेरे के दो कर्मियों बृजेश लश्करी और विश्वास वाजपेयी को लापरवाही बरतने के मामले में नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। सीएम ने पूरे मामले की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश निगमायुक्त को दिए थे। तभी से घटना की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार हो रहा है। माना जा रहा है कि निगम की विभागीय जांच में किसी बड़े अधिकारी पर कार्रवाई की संभावना बहुत कम है, लेकिन बुजुर्गों की मिसहैंडलिंग और लापरवाही को गंभीर मानते हुए निगम प्रशासन कुछ कर्मियों पर कार्रवाई कर सकता है।
सभी बयान दर्ज हो गए हैं
इस संबंध में अपर आयुक्त एसके चैतन्य ने बताया कि घटना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी अधिकारियों तथा कर्मियों आदि के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। अब प्रतिपरीक्षण हो रहा है। मंगलवार को जांच रिपोर्ट निगमायुक्त को सौंप दी जाएगी।