जनपद पंचायत खैरलांजी अंतर्गत ग्राम पंचायत खुर्सीपार से पिंडकेपार डामर सडक निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा ठेकेदार से करवाया जा रहा है। इस मार्ग निर्माण में ग्रामीणो के द्वारा मार्ग के निर्माण की गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह लगाते हुए गुणवत्ता की जांच करने वही शाला परिसर से रोड का निर्माण न करने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में पंचायत और नौनिहालों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। परंतु विभाग के द्वारा सुरक्षा को दृष्टिगत नहीं रखते हुए कार्य नही किया गया है जिससे ग्रामीण एवं पंचायत में भारी आक्रोश व्याप्त है जिनके द्वारा स्कूल के बच्चों के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है वही निर्माण तो गुणवत्ताहीन बताया जा रहा है। वही यह डामर सडक निर्माण कार्य बारिश के समय 15 जून के बाद किया जा रहा है।
यह है मामला
खुर्सीपार से पिंडकेपार डामर सडक निर्माण कार्य किया जा रहा है यह सड़क पिंडकेपार में निर्माण की जा रही है। जिसके लिए एकीकृत शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शाला के परिसर एवं पंचायत परिसर से रोड का निर्माण करने का कार्य किया जाना है जिसको लेकर ग्रामीण जनों का आक्रोश देखने को मिल रहा है। रोड निर्माण तो हो जाएगा परंतु भविष्य में छात्र-छात्राओं को समस्या होगी तो उनकी सुरक्षा की जवाबदारी किसकी है ऐसे में पूर्व में निर्धारित किए गए फोगलटोला बायपास मार्ग को अटैच करने की बात ग्रामीण एवं पंचायत के द्वारा कही जा रही है। परंतु निर्माण एजेंसी एवं विभाग के द्वारा सुरक्षा को नजरअंदाज करते हुए जबरदस्ती रोड शाला परिसर से बनाने की जिद की जा रही है जिसको लेकर 19 जून को ग्राम सरपंच पंचायत बॉडी एवं ग्रामीण जन के द्वारा निर्माण स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया गया था। जिसके बाद सरपंच मशीन के सामने खड़ी हुई तब निर्माण एजेंसी के द्वारा कार्य बंद किया गया और लिखित में आवेदन भी मांगा गया जिस पर ग्रामीणों के द्वारा उक्त स्थान से मार्ग निर्माण न करने का आवेदन दिया गया इसके कुछ देर बाद पुनः निर्माण एजेंसी के द्वारा सड़क निर्माण प्रारंभ कर दिया गया। जो 20 जून की दोपहर 3:00 बजे बारिश होते तक चालू रहा यह सड़क स्कूल परिसर के पास में लाकर काम बंद करवा दिया गया जिसमें ग्रामीणों के द्वारा निर्माण स्थल पर रोड का निर्माण ना करते हुए पूर्व में निर्धारित स्थान पर रोड का निर्माण करने की मांग करते हुए गुणवत्ता पूर्वक सड़क निर्माण न करने का आरोप लगाकर बताया कि सड़क निर्माण के दोनों किनारो पर अधिक डामर डाला जा रहा है बीच में डामर नहीं है वही बेस में गिट्टी भी निम्न स्तर की प्रयोग की गई है इस मार्ग निर्माण में गुणवत्ताहीन कम हो रहा है जिसकी जांच किए जाने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है। जिस पर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीण एवं पंचायत सड़क निर्माण कंपनी सहित विभाग पर आक्रोशित है।
15 जून के बाद भी डामर सड़क निर्माण कार्य जारी
विदित है कि शासन स्तर पर 15 जून से वर्षा काल प्रारंभ हो जाता है ऐसे में शासन के द्वारा 15 जून के बाद डामर के निर्माण कार्य एवं विभागों के द्वारा अपने-अपने विभिन्न कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। जिसमें ऐसा माना जाता है कि डामर के कार्य की बारिश में गुणवत्ता प्रभावित होती है जिसको लेकर बीते दिनों विभाग के द्वारा स्वयं डामर के कार्य वर्षा ऋतु को देखते हुए प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। वही 18 और 20 जून को क्षेत्र में बारिश भी हुई इस दौरान 20 जून को 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बारिश होती रही इस परिस्थिति में भी डामर सडक निर्माण कार्य 15 जून के बाद किया जा रहा है जो विभाग के अधिकारियों के द्वारा स्वयं के आदेश की अवहेलना की जा रही है। ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
सरपंच प्रतिनिधि लखनलाल अटराहे ने बताया कि समस्या रोड को लेकर है ठेकेदार स्कूल परिसर से रोड बनाने जा रहा है ग्रामीण और पंचायत के द्वारा इन्हें रोका गया इसमें रोड जो गुणवत्ताहीन बन रही है। यह स्कूल परिसर है यहां बच्चे शिक्षा अध्ययन करने आते हैं और रोड बनने पर छोटे-बड़े वाहन यहां से गुजरेगी तो हादसे होंगे हर किसी को दिक्कत होगी इसकी हमने शिकायत करें परंतु कुछ हुआ नहीं है। यह हमारा नहीं ग्राम के बीडीसी का विवाद है वह सड़क यहां से बनाने की इच्छा रख रहा है हमने उसे मना कर दिया है कि स्कूल परिसर से रोड नहीं बनेगी हम चाहते हैं कि ठेकेदार नक्शा देखें पटवारी से चर्चा करें फिर रोड बने। क्योंकि पुराना नक्शा जिस हिसाब से पास हुआ है वैसी रोड बननी चाहिए पर यह जोर जबरदस्ती कर रहे हैं हम इस परिसर से रोड नहीं बनने देंगे।
उपसरपंच सुरेश सुलकिया ने बताया कि हमारे ग्राम में रोड बन रही है अच्छी बात है परंतु यह सड़क शाला परिसर में बनाने जा रहे हैं जो नहीं बनना चाहिए क्योंकि यह सड़क बनेगी लोगों का आना-जाना होगा बच्चों को दिक्कत होगी। गांव में हर किसी के बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं और कभी कोई बड़ा हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदारी कौन लेगा हम नहीं चाहते कि किसी की लापरवाही से किसी को नुकसान पहुंचे। यह सड़क पिंडकेपार से खुर्सीपार तक बनाई जा रही है लोगों को इस मार्ग पर केवल परेशानी होना है।
ग्रामीण वीरेंद्र कुमार अटराहे ने बताया कि यहां स्कूल परिसर की 1.71 भूमि है जहां पर पंचायत स्कूल एवं ग्रामीणों के द्वारा मना करने पर आवेदन देने पर की जो बायपास रोड फोगलटोला से जोड़ने के लिए अर्थ वर्क पूर्व में उनके द्वारा किया गया है वहां से रोड बनाया जाये इसके लिए विधायक ने भी सुझाव दिया है। किंतु क्यों यह शाला परिसर में रोड बना रहे हैं यह समझ नहीं आ रहा है जबकि इसका सभी विरोध कर रहे हैं हमारे द्वारा एक बार कार्य बंद करवा दिया गया है उसके बाद भी यह रोड बना रहे हैं। रोड की जो गुणवत्ता है वह ठीक नहीं है इनके द्वारा पंचायत ग्रामीण और बच्चों को अहमियत नहीं दी जा रही है लगातार उनकी अवमानना की जा रही है। रोड की जो क्वालिटी है उसमें साइड में ऊंचाई कर दी गई है ज्यादा माल डालकर और बीच में पूरा माल खाली है कई स्थानों पर भूरी गिट्टी डस्ट वाली डाली गई है जो चुरा होगी। इसमें कभी अगर दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा हम चाहते कि यह रोड इस स्थान पर ना बने और यदि बनेगी तो बच्चों के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
शिक्षक केएल भगत ने बताया कि स्कूल परिसर से यह रोड नहीं बनाई जानी चाहिए शाला परिसर सुरक्षित रहना चाहिए यदि यहां पर रोड बनती है तो उन्हें रोका जाएगा। रोड बनने के नक्शे की हमें कोई जानकारी नहीं है यह लोग हमें भूल जाते आ रहे हैं इसके लिए हमने लिखित शिकायत सरपंच को दिए हैं और मौखिक रूप से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई है। यदि प्रांगण में किसी छात्र को कुछ होता है तो वह हमारी जवाबदारी है।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि 1 वर्ष पूर्व उक्त मार्ग को लेकर विवाद चल रहा था उसके बाद हमें मार्ग के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। शाला परिसर से कोई मार्ग नहीं बनना चाहिए बच्चों को परेशानी होगी और शिक्षक के द्वारा हमें वर्तमान तक कोई जानकारी नहीं दी गई है उक्त संबंध में स्वयं के द्वारा या जन शिक्षक के द्वारा मौका निरीक्षण कर जानकारी ली जायेगी।
एसएल भगत बीआरसी खैरलांजी
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि 1 वर्ष पहले से यह विवाद चल रहा है और हमारे पहले जो अधिकारी थे उन्होंने क्या तय किया था हमें इसकी जानकारी नहीं है परंतु मौके पर विवाद चल रहा है जिसके लिए सड़क निर्माण का कार्य रोक दिया गया है।