विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज अमेरिकी चुनाव को लेकर पूछे गए एक सवाल पर ‘अंकल सैम’ को खरी-खरी सुना दी। दिल्ली में एक कार्यक्रम में जयशंकर से सवाल पूछा गया था कि इस साल के अंत में अमेरिका में भी चुनाव हो रहे हैं, इसपर भारत की क्या प्रतिक्रिया है? तब भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत में तो ऐसे चुनाव हर साल होता है। हम लगातार इसका आयोजन करते हैं। हमारे यहां अभी हाल में ही चुनाव खत्म हुआ है। जहां तक अमेरिका की बात है तो हम दूसरे के चुनाव पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं और हम भी ये उम्मीद करते हैं कोई दूसरा भी हमपर ऐसी टिप्पणी नहीं करे।
जयशंकर ने कहा कि हमारे देश में चुनाव को पसंद किया जाता है। हम लगातार इसका आयोजन करते हैं। हमारे चुनाव में वास्तव में कैंडिडेट, जनता और सिस्टम का टेस्ट होता है। जयशंकर ने कहा कि हम लगातार उस परीक्षा में पास होते हैं। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि तो इस तरह से देखेंगे तो ये ऐसा देश हैं जहां के लोग पूरी दुनिया के लोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।
अमेरिका को सुना दी खरी-खरी
इसी दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका को खरी-खरी भी सुना दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम किसी दूसरे के चुनावों पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं वैसे ही दूसरे देश से भी उम्मीद है कि वो हमारे चुनावों पर टिप्पणी नहीं करें। दरअसल, उनका इशारा आम चुनाव में अमेरिकी टिप्पणियों की तरफ था। भारत में आम चुनाव के दौरान अमेरिका ने धार्मिक मुद्दे को लेकर बयान दिया था। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा था कि वह सभी धार्मिक समुदाय के सदस्यों के लिए समान व्यवहार के लिए सार्वभौमिक सम्मान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस मामले पर भारत समेत दुनिया भर के देशों के साथ बातचीत कर रहा है।
कोई भी सरकार आए, भारत तैयार
इसके बाद एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका में चुनावों का फैसला वहां का सिस्टम और जनता देगी। यही प्रक्रिया है। आप पिछले 20 साल ये उससे ज्यादा वक्त से देख सकते हैं कि हमारे रिश्ते उनके साथ अच्छे रहे हैं। वहां कोई भी राष्ट्रपति चुने जाएं हमारे वैसे ही रिश्ते रहेंगे।