पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 6 जुलाई को जिला मुख्यालय से लगी हुई लालबर्रा जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत के सरपंच पद के प्रत्याशी वैभव बिसेन और उनके बड़े भाई मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष विशाल बिसेन के साथ ही एक समर्थक के घर पर आबकारी विभाग की टीम ने छापामारी मार कार्यवाही की, लेकिन इस कार्यवाही में उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगा और वे बैरंग लौट गए।
3 जुलाई कि सुबह आबकारी विभाग का अमला पूरे दलबल के साथ गर्रा सरपंच पद के प्रत्याशी वैभव बिसेन के घर पहुंचा। इस दौरान उन्होंने घर की तलाशी ली यहां पर शराब या फिर अन्य कोई भी नशीला पदार्थ नहीं मिला।
जिसके बाद आबकारी की टीम द्वारा वैभव बिसेन के एक समर्थक के घर में भी छापामार कार्रवाई की गई लेकिन वहां से भी आबकारी की टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा।

इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही गर्रा के लोगों को लगी भारी संख्या में गर्रा के लोग सरपंच प्रत्याशी वैभव बिसेन के घर पहुंच गए, लेकिन जब आबकारी विभाग की टीम को छापामार कार्यवाही के दौरान कुछ भी नहीं मिला तो ग्रामीणों का गुस्सा आबकारी विभाग की टीम पर फूट पड़ा उन्होंने इस बात पर विरोध जताया और जमकर नारेबाजी की।
गर्रा सरपंच पद के प्रत्याशी वैभव बिसेन और मजदूर यूनियन संघ के अध्यक्ष विशाल बिसेन ने पूरे मामले की जमकर निंदा की और आरोप लगाया कि उनके खिलाफ कूटनीतिक साजिश रची जा रही है। ऐसा करके उनकी छवि खराब करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई को गर्रा पंचायत में मतदान होना है। 6 जुलाई को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था सरपंच प्रत्याशी वैभव बिसेन और उनके समर्थकों द्वारा गर्रा पंचायत में कई जगह रैली और सभा की जानी थी इस पूरे कार्यक्रम को फेल करने और उन्हें प्रताड़ित करने के लिए इस तरह आबकारी विभाग के माध्यम से कार्यवाही करवाई गई। जिसमें आबकारी विभाग को खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ा।
प्रेस से चर्चा के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि गर्रा प्रत्याशी वैभव बिसेन और विशाल बिसेन के घर पर और उनके समर्थक की घर पर भारी मात्रा में शराब रखे होने की जानकारी मिली थी, इसलिए कार्रवाई करने दल बल के साथ गर्रा पहुंचे थे लेकिन पूरी कार्रवाई के दौरान उन्हें शराब नहीं मिली।