‘प्रिंस ऑफ टॉलीवुड’ कहे जाने वाले महेश बाबू का 9 अगस्त को 48वां जन्मदिन है। इस मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी और करियर से जुड़े पांच ऐसे किस्से बताने जा रहे हैं, जो हैरान कर देंगे। महेश बाबू तेलुगू सिनेमा के हाइएस्ट पेड स्टार हैं। उनकी फिल्में जब थिएटर्स में रिलीज होती हैं, तो फैन्स उनके पोस्टर को दूध से नहलाते हैं और खूब ढोल-नगाड़े बजाते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि महेश बाबू का नाम लोगों की मदद करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है? उन्होंने दो गांव भी गोद लिए हैं। महेश बाबू के बर्थडे पर WoW Wednesday सीरीज में जानिए एक्टर के गिनीज रिकॉर्ड के साथ-साथ उनसे जुड़े मजेदार किस्से।
क्या आप जानते हैं कि महेश बाबू को तेलुगू भाषा नहीं आती? पर एक्टर के लिए फैन्स इस कदर क्रेजी हैं कि वो उनकी इस कमी को भी नजरअंदाज कर देते हैं। फैन्स महेश बाबू को भगवान की तरह पूजते हैं।
महेश बाबू का असली नाम और करियर
Mahesh Babu का पूरा नाम घट्टामनेनी महेश बाबू हैं। वह तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार रहे घट्टामनेनी कृष्णा के बेटे हैं। महेश बाबू ने 4 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट एक्टिंग डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने करीब 8 फिल्में कीं और फिर 1999 में फिल्म Rajakumarudu से लीड हीरो के रूप में डेब्यू किया था। इस फिल्म के लिए महेश बाबू ने बेस्ट मेल डेब्यू का नंदी अवॉर्ड जीता था। इसके बाद महेश बाबू ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ‘पोकिरी’, ‘ओक्कड़ू’, ‘भारत आने नेनू’, ‘अथाडू’ और ‘स्पायडर’ जैसी कई हिट फिल्में कीं।
महेश बाबू की सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म
महेश बाबू की फिल्म ‘पोकिरी’ के नाम तेलुगू की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का रिकॉर्ड दर्ज था। इस फिल्म को बेस्ट पॉप्युलर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। महेश बाबू की Sarileru Neekevvaru भी सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म रही।
रट्टा लगाकर याद करते डायलॉग
आपको जानकर हैरानी होगी कि महेश बाबू को तेलुगू भाषा बिल्कुल भी नहीं आती है, जबकि वह तेलुगू परिवार से वास्ता रखते हैं। उनके परिवार में हर किसी को यह भाषा आती है। तेलुगू भाषा न आने के इस कमी को महेश बाबू ने अपने करियर पर हावी नहीं बनने दिया। वह रट्टा लगाकर डायलॉग याद करते थे। यह तब की बात है, जब महेश बाबू ने फिल्मों में कदम रखे थे। तब वह तेलुगू भाषा के डायलॉग का मीनिंग समझकर उन्हें रटते और फिर स्क्रीन पर बोलते थे।