स्वर्गीय डाली दमाहे की परंपरा अनुसार, चल रे कावड़िया गुप्तेश्वर महादेव के धाम, कावड़ यात्रा का आयोजन बब्बर सेना के द्वारा के द्वारा किया गया । जोकि 13 अगस्त को स्थानीय शंकर घाट से निकलकर शहर के प्रमुख चौक चौराहों से घूमती हुई गुप्तेश्वर महादेव के धाम के लिए रवाना हुई । जो की 15 वर्षों से निरंतर आयोजित की जा रही है।
आपको बता दें कि देवी भक्त स्वर्गीय डाली दमाहे की परंपरा अनुसार चल रे कावड़िया गुप्तेश्वर महादेव के धाम कावड़ यात्रा 13 अगस्त को स्थानीय शंकर घाट से निकल गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों द्वारा कावड़िया को सजाकर उसमें पावन सलिला वैनगंगा का जल लेकर डीजे की धुन पर रविवार को यह कावड़ यात्रा गुप्तेश्वर महादेव के धाम के लिए बालाघाट से रवाना हुई, यह कावड़ यात्रा हट्टा में रात्रि विश्राम करने के बाद अगले दिन 14 अगस्त की सुबह डोंगरगांव के लिएं रवाना होंगे। तथा महादेव के सभी भक्त गण एवं महिलाएं सहित अनेक श्रद्धालु द्वारा इस कावड़ यात्रा में बढ़ चढ़कर भाग लिया गया वही मुकेश माहुले के द्वारा बताया गया कि यह कावड़ यात्रा उनके मामा स्वर्गीय डाली दमाहे के द्वारा निरंतर 15 वर्षों से निकाली जा रही थी एवं अब उनके नहीं रहने के बाद वह स्वयं सभी श्रद्धालुओं के साथ मिलकर उनके इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं एवं वह चाहते हैं कि इस कावड़ यात्रा से समस्त शहरवासियों का कल्याण हो सभी को इस पावन श्रावण माह में महादेव का आशीर्वाद मिले इसलिए वह बालाघाट के शंकर घाट से जल लेकर गुप्तेश्वर महादेव के धाम पहुंचकर जल चढ़ाते हैं एवं यह आयोजन अब उनके द्वारा निरंतर किया जाएगा