बिरसा बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश पेंदाम जी का रविवार को बालाघाट आगमन हुआ। जहा पर बिरसा मुंडा चौक में आदिवासी मूलनिवासी समाज संगठन व बिरसा बिग्रेड के पदाधिकारी के द्वारा उनका स्वागत किया गया।इस दौरान सतीश पेंदाम ने क्रांतिकारी बिरसा मुण्डा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। पत्रकारों से चर्चा करते हुए बिरसा ब्रेड के संस्थापक सतीश पेंदाम जी ने बताया की केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा इस देश में जो हिन्दु राष्ट्र की बात की जा रही है वह आदिवासी मुक्त भारत बनाने की बात की जा रही है। जिससे देश का आदिवासी समाज व ओबीसी वर्ग भी सहमत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि बालाघाट जिले में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखा गया है जिससे तीन दिनों तक जिले के आदिवासी क्षेत्रों में भ्रमण कर ५० हजार सैनिकों को तैयार किया जाएगा। जो अपने हक अधिकार व अस्तित्व की लड़ाई के लिये आवाज बुलंद करेंगे। राष्ट्रीय प्रचारक पेंदाम ने आगे कहा कि आदिवासी समाज का अस्तित्व खतरे में है। सरकार द्वारा आदिवासियों से वन अधिकार को छीन लिया व ५-६ अनुसूची में पैसा एक्ट के अधिकारों को बदल दिया, जिस तरह से आदिवासियों के जल जंगल व जमीन की लूट कर रहे है। जिसके खिलाफ आदिवासी समाज सामने आया है। ये किसी पार्टी के समर्थन में काम नहीं करेंगे इस बार हम अपने सामाजिक निर्णय लेने की तैयारी कर रहे है और ये जो मिशन को समाज को जोडऩे के लिये कार्य करेगा। इस दौरान आदिवासी समाज संगठन के पदाधिकारी दिनेश धुर्वे, संदेश सैय्याम, सत्येन्द्र इनवाती, शुभम उइके सहित अन्य आदिवासी मूलनिवासी संगठन के सदस्य मौजूद रहे।