हिन्दु धर्मालंबियों का ५ दिवसीय पर्व धनतेरस पर्व के साथ प्रारंभ हो गया है। इस प्रकाश पर्व के तीसरे दिन यानि रविवार को नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हिन्दु धर्मालंबियों के साथ गैर धर्मालंबियों ने लक्ष्मी पूजा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। कार्तिक माह मे कृष्ण पक्ष की अमावस्या की रात्रि मे धन की देवी लक्ष्मी की पूजा नगर मे घर घर और प्रतिष्ठानों मे संपन्न हुई। इस अवसर पर सभी ने एक दूसरे को बधाई प्रेषित की।
सभी जगह पूजी गई महालक्ष्मी
नगर में देर शाम से ही नगर के हर हिस्से मे मां लक्ष्मी के पूजन की तैयारी प्रारंभ हुई और शाम से ही दीपक से सभी ने अपने आंगन व मकानों को रौशन किया जिसके बाद विधि-विधान से पूजा अर्चना कर धन की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न किया गया। इस अवसर पर बच्चे सहित युवा व बड़ों ने जमकर आतिशबाजियां कर दीपोत्सव का पर्व मनाकर पर्व का आनंद लिया।
उत्साह के साथ हर वर्ग ने मनाया पर्व
हिन्दु धर्मालंबियों का सबसे बड़ा पर्व दीपावली है इस पर्व की सभी को बेसब्री से इंतेजार रहता है और धन की देवी लक्ष्मी का प्रकाश पर्व पर लोगों ने साज – सज्जा से सजे घरों मे जहां रौशनी का व्यापक प्रबंध किया वहीं लोगों ने अपने आंगन मे मनमोहक रांगोली उकेरी जो मनमोहक थी। मुख्य मार्ग सहित गैर वार्डों मे हर वर्ग के लोगों ने अपने अपने स्तर पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिये विशेष पूजा की और इस पर्व को उत्साह के साथ मनाया।
इन दुकानों में रही भीड़
५ दिवसीय पर्व के तीसरे दिन यानि लक्ष्मी पूजा को नगर में स्थित कपड़ा, बर्तन, ज्वेलर्स, मिठाईयां, मनहारी, रांगोलियां सहित अन्य दुकानों में इस मर्तबा भीड दिखाई दी वही नगर के वीरांगना रानी अवंती बाई स्टेडियम परिसर में लगे पटाखा दुकानों में भी अच्छी भीड़ रही लेकिन सभी प्रतिष्ठानों में भी मंदी की मार दिखाई दी। जिसका मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता व किसानों की फसल की कटाई न होना।