आठ माह पहले मार्च में पहला टीका लगवाने के बाद सीपी कॉलोनी में रहने वाले 62 वर्षीय रमेश पाल दूसरा टीका लगवाना भूल गए। इसके बाद न तो उन्हें दूसरा टीका लगवाने की याद आई न ही किसी ने उनसे संपर्क किया। जब बुधवार को टीम उनके घर दस्तक अभियान के चलते पहुंची तो पता चला कि पहला टीका लगवाए तो आठ माह हो गए हैं। इसके बाद टीम ने उन्हें दूसरा टीका लगाया। वहीं मुरार में बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के संचालक अमन गुप्ता का भी दूसरा टीका का समय पूरा हो चुका था, लेकिन त्योहार और व्यस्तता के चलते वह दूसरा टीका लगवाने केंद्र पर नहीं पहुंच सके। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी दुकान पर ही दूसरा टीका लगाया। घर-घर दस्तक अभियान की बदौलत करीब दो माह बाद सबसे अधिक टीका लगाए गए। कुल 42 हजार लोगों को बुधवार को टीकाकृत किया गया। बुधवार की तरह गुरुवार को भी 421 केंद्रों पर टीकाकरण रखा गया और 50 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है।
42159 को लगा टीका: बुधवार को 421 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया। जिसमें 195 टीमों ने ग्रामीण स्तर पर टीकाकरण किया। बाकी टीमें स्थाई केंद्र और वार्ड स्तर पर घर-घर दस्तक अभियान के तहत टीकाकरण को बढ़ावा दिया। बुधवार को कुल 42159 टीका लगाए गए। जिसमें 6 हजार लोगों को पहला और 36 हजार लोगों को दूसरा टीका का लाभ दिया गया।
साढ़े आठ लाख से अधिक लोग लगवा चुके हैं दूसरा टीकाः 16 जनवरी से लेकर अब तक 23 लाख 42 हजार 677 टीका लगाए जा चुके हैं। 11 माह में अब तक 14 लाख 74 हजार 389 लोग पहला टीका लगवा चुके हैं, जबकि 8 लाख 68 हजार 288 लोग दूसरा टीका लगवा चुके हैं। टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए हर दिन अभियान की तर्ज पर 25 दिसंबर तक टीकाकरण किया जाएगा। जिससे शतप्रतिशत टीकाकरण किया जा सके।