स्टॉकहोम: दुनियाभर में फैले ज्वालामुखियों में पाए जाने वाले रहस्यमयी मैग्मा में दुर्लभ ‘अर्थ एलीमेंट (पृथ्वी तत्वों)’ का बड़ा जखीरा हो सकता है। ये इलेक्ट्रिक वाहनों, पवन टर्बाइनों और पर्यावरण के लिए बेहतर दूसरी तकनीकों के लिए महत्वपूर्ण तत्व साबित हो सकते हैं। यानी मैग्मा से मिलने वाले तत्व दुनिया की एनर्जी की कमी को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। मंगलवार को सामने आई एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। ये रिपोर्ट मैग्मा के बारे में है, वैज्ञानिक पृथ्वी की पपड़ी के नीचे पिघली हुई चट्टान को मैग्मा कहते हैं। यह एक गर्म तरल पदार्थ होता है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्लभ पृथ्वी तत्व, जैसे लैंटानम, नियोडिमियम और टेरबियम पृथ्वी को गर्म करने वाले जीवाश्म ईंधन के साथ अपने लंबे, विनाशकारी संबंध को तोड़ने में दुनिया की मदद करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। हालांकि इस मैटेरियल को निकालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि ये अक्सर कम सांद्रता में पाई जाती हैं।
बीते साल की जांच ने वैज्ञानिकों को किया प्रेरित
ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय रिसर्चर माइकल एनेनबर्ग का कहना है कि नया अध्ययन एक नया रास्ता खोलता है। यह शोध पिछले साल आर्कटिक स्वीडन के किरुना में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के विशाल भंडार की खोज से प्रेरित है, जो लौह अयस्क के विशाल भंडार पर बसा शहर है। वैज्ञानिक समझना चाहते थे कि क्या उन लौह-समृद्ध ज्वालामुखियों के अंदर कुछ है, जो उन्हें दुर्लभ पृथ्वी तत्वों से समृद्ध बनाता है।