क्राइम ब्रांच ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में बीएचएमएस छात्र टीपू सहित तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। टीपू मानपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में वालिंटियिर का काम भी कर रहा था। आरोपितों से एक रेमडेसिविर इंजेक्शऩ भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस इनके मोबाइल नंबरों के आधार पर आगे की लिंक तलाश रही है। एसआइ मनोज कटारिया के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित टीपू निवासी स्कीम-78 विजयनगर,शाहरुख खान निवासी कजलाना सांवेर और जफर खान निवासी सांवेर पर धोखाधड़ी और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। एसआइ के मुताबिक आरोपित टीपू बीएचएमएस छात्र है और वर्तमान में मानपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में वालिंटियर का काम संभाल रहा था। जबकि जफर दवा दुकान पर काम करता था और शाहरुख कपड़े की फेक्टरी में नौकरी करता था।
पूछताछ में आरेपितों ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व जफर पुत्र कुद्दूस के मामा अजहर के ससुर कोरोना संक्रमित होने पर निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। उसकी कोरोना से मौत हो गई और एक रेमडेसिविर इंजेक्शन बच गया। इस बीच शाहरुख के पिता युसूफ भी कोरोना संक्रमित हो गया और उसने जफर से रेमडेसिविर इंजेक्शन मांगा। तीन ने इंजेक्शन ले लिया और 17 हजार रुपये में बेचने का प्रयास करने लगे।
तीन आरोपितों पर लगाई रासुका
सांवेर थाना पुलिस ने तीन दिन पूर्व भी आरोपित अशरद पुत्र इशाक खान,हैदर पुत्र मशकुर अली और वसीम पुत्र यूसुफ खान को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को कलेक्टर मनीषसिंह ने तीनों आरोपितों पर रासुका लगा दी।