तहसीलदार की फर्जी सील साइन कर बना दिया फर्जी राशन कार्ड

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एक ओर शासन प्रशासन द्वारा पिछले 2 वर्षों से राशन कार्ड बनाना बंद कर दिया गया है तो वहीं दूसरी और तहसीलदार की फर्जी सील साइन के आधार पर गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनाए जाने का एक ताजा मामला सामने आया है.जहां गांव के सरपंच और उपसरपंच ने कलेक्टर,एसपी, जिला व जनपद पंचायत कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों से पैसों की वसूली कर फर्जी राशन कार्ड बनाए जाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है.जिन्होंने गांव के ही कुछ व्यक्तियों पर ग्रामीण जनता से करीब 5हजार रु की वसूली कर,पैसो के एवज मे ग्रामीणों को गरीबी रेखा के फर्जी राशन कार्ड थमाए जाने का आरोप लगाया है.

ताजा मामला जनपद पंचायत खैरलांजी के अंतर्गत आने वाले भोरगढ़ के किन्ही गांव का है.बताया जा रहा है कि गरीबी रेखा के कार्ड बनाए जाने के नाम पर गांव की ग्रामीण जनता से करीब 3 से 5 हजार रु की वसूली की गई, वही पैसा लेकर उन्हें गरीबी रेखा के फर्जी राशन कार्ड थमा दिए गए हैं. जिस राशन कार्ड में ना सिर्फ तहसीलदार की फर्जी सील लगाई गई है बल्कि तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए हैं इतना ही नहीं खाद्यान्न नंबर सहित अन्य तरह का  फर्जीवाड़ा उस राशन कार्ड में किया गया है. जब ग्रामीण अपने राशन कार्ड पर राशन लेने के लिए पंचायत की सील और सरपंच की साइन लगाने पंचायत भवन पहुँचे तो पंचायत के सरपंच उप सरपंच व सचिव सहित अन्य, गरीबी रेखा के उक्त कार्ड को देख कर हैरान हो गए जहां राशन कार्ड इंक्वारी निकालने पर सभी ग्रामीणों के राशन कार्ड फर्जी पाए गए. बताया जा रहा है कि जब सरपंच सचिव ने तहसीलदार से राशन कार्ड के संदर्भ में बातचीत की तो उन्होंने राशन कार्डों में लगी सील और साइन फर्जी होने की बात कही,तो वही राशन कार्ड में दर्ज किया गया खाद्यान्न नंबर भी जनपद पंचायत में फर्जी पाया गया. जिस पर सरपंच और उसरपंच ने  कलेक्टर कार्यालय, एसपी कार्यालय, जिला पंचायत व जनपद पंचायत में ज्ञापन सौंपकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने, राशन कार्ड के नाम पर वसूले गए ग्रामीणों के पैसे वापस दिलाने, दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और उन पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है.

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