बंगाल में इस बार विधानसभा चुनाव मार्च के मध्य में हो सकते हैं। फरवरी में इसकी घोषणा भी हो सकती हैं। बता दें, इस साल सीबीएसई चार मई से 10वीं और 12वीं की परीक्षा करवा रहा है। परीक्षा शुरू होने के बाद माइक बजाने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में चुनाव समय से पहले संपन्न कराने होंगे। चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो 15 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद विधानसभा चुनाव को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है। बता दें, 2016 में चुनाव चार अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुए थे। लेकिन इस बार राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हुई भारी हिंसा एवं मौजूदा समय में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है। 2018 में राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान काफी हिंसा हुई थी। बंगाल में इससे पूर्व भी चुनावी हिंसा का इतिहास रहा है। विरोधी पार्टिंयों ने इस बार भी चुनाव में भारी हिंसा होने की आशंका जताई है। साथ ही इस बार कोरोना महामारी का असर भी है। ऐसे में इस बार आठ चरणों में चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में अगर मार्च महीने के मध्य से मतदान प्रक्रिया शुरू होती है, तो प्रक्रिया पूरी करने में कम से कम 45 दिन का समय लगेगा।