राजधानी रायपुर में एक बार फिर नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। चौकने वाली बात यह हैं कि शातिर ठग ने पीड़ित बेरोजगारो से खुद को नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया का खास बताकर दावा किया कि उसके द्वारा दिए गए 40 लाख रुपए से मंत्री शिव डहरिया ने चुनाव जीता था। साथ ही आरोपित ने कलेक्टर को भी अपना दोस्त बताया।
ठगी का यह हाईप्रोफाइल मामला सरस्वतीनगर पुलिस थाना क्षेत्र का है। ठगी के शिकार पीड़ितों ने जब एसएसपी रायपुर अजय यादव से मिलकर इसकी शिकायत की, उसके बाद थाना पुलिस ने आरोपित जीवमंगल सिंह टंडन के खिलाफ 19 लाख रुपयों की धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मामला वर्ष 2018-19 का है। आरोपित जीवमंगल सिंह टंडन ने कोटा कालोनी निवासी मो. उमर गनी समेत मो. जावेद, अब्दुस समद, अशोक यादव, कासिफ इकबाल, अब्दुल वदूद और एक अन्य को एम्स अस्पताल में सुपरवाइजर के पद पर और एसइसीएल, बीएसपी सहित अन्य जगहों पर नौकरी लगाने के नाम पर किश्तों में कुल 19 लाख रुपये ठगें हैं।
आरोपित जीवमंगल सिंह ने फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर भी ठगी के शिकार पीडितों के नाम पर जारी किया था।
इसके बाद जब नौकरी नहीं लगी और समय बढ़ता गया, तब पीड़ितों ने आरोपित जीवमंगल टंडन पर रकम लौटने का दबाव बनाया, जिसके बाद उल्टा जीवमंगल ने अपनी ऊंची पहुंच की धौंस दिखाते हुए सब को थाने में अंदर करवा देने की धमकी देकर चुप करा दिया था।
यही नहीं आरोपित ने बलरामपुर कलेक्टर को अपना दोस्त बताया और बाउंड्री वॉल का कार्य दिलाने का नाम पर भी डेढ़ लाख रुपए ऐंठ लिए। फिलहाल पुलिस अपराध कायम कर फरार आरोपित की तलाश में जुटी हुई है।