रूस-यूक्रेन जंग जारी है। इस बीच जर्मनी ने 25 जनवरी को अपने लेपर्ड-2 टैंक्स यूक्रेन को देने का फैसला किया। इसके बाद रूस ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 25-26 जनवरी को रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी शहरों में 55 मिसाइलें दागीं। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई।
यूक्रेन एयरफोर्स ने दावा किया है कि उसने 55 में से 47 मिसाइलें तबाह कर दीं। यूक्रेन स्टेट इमरजेंसी सर्विस के मुताबिक, 20 मिसाइलें राजधानी कीव में गिरीं। एक अधिकारी ने कहा कि खेरसॉन, ह्लेवाखा समेत 11 इलाकों में मिसाइलें गिरीं हैं, इनसे 35 इमारतें तबाह हो गईं। इस दौरान 11 अन्य लोग घायल हुए हैं।
ओडेसा में दो पॉवर प्लांट्स को निशाना बनाया
यूक्रेन का कहना है कि रूस अब इंफ्रास्ट्रचर को निशाना बना रहा है। 26 जनवरी को रूसी सैनिकों यूक्रेन के ओडेसा शहर पर हमला किया। इस दौरान कुछ मिसाइलें वहां बने दो बड़े पावर प्लांट में गिरीं। ये तबाह हो गए। शहर में ब्लैकआउट हो गया। 25 जनवरी के ही UNESCO ने इस शहर को वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल करने की घोषणा की थी। UNESCO ने कहा कि इसकी यूनिवर्सल वैल्यू है। इसे ब्लैक सी का पर्ल यानी मोती भी कहा जाता है।