Air India-Vistara Merger: विस्तारा का दिसंबर तक मिट जाएगा नामो निशान! जान लीजिए क्या है पूरा मामला

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टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा (Vistara) इस साल अक्टूबर के अंत तक अपना मर्जर पूरा करने की योजना बना रही हैं। इस विलय के बाद भारतीय विमानन बाजार में उनकी उपस्थिति मजबूत हो जाएगी। हालांकि कंपनी इस विलय के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मंजूरी का इंतजार कर रही है, लेकिन इस बीच एयरलाइंस ने विमानन महानिदेशालय (DGCA) से पायलटों और क्रू के लिए जरूरी ट्रेनिंग को लेकर स्पष्टीकरण के लिए संपर्क किया है। दरअसल, दोनों एयरलाइंस के अभी अलग-अलग ऑपरेशन मैनुअल और प्रक्रियाएं हैं। विलय के बाद इन्हें एक समान बनाया जाएगा। जब पायलट नई कंपनी में आते हैं तो उन्हें आमतौर पर नई प्रक्रियाओं को सीखने के लिए खास ट्रेनिंग लेनी पड़ती है। सूत्रों का कहना है कि “DGCA के साथ इसी ट्रेनिंग को लेकर बातचीत चल रही है। अगर ट्रेनिंग का समय कम किया जा सकता है तो बहुत अच्छा होगा। सभी पायलटों और क्रू को पूरी ट्रेनिंग देने में काफी समय लगेगा और इससे फ्लाइटों का शेड्यूल भी गड़बड़ा सकता है।”

मंजूरी का इंतजार

अभी दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी विलय की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। NCLT की मंजूरी के बाद असल विलय का काम तेजी से आगे बढ़ेगा। इसके बाद किराया, रूट और फ्लाइट शेड्यूल को एक जैसा किया जाएगा। जहां विस्तारा घरेलू रूट पर तीन- श्रेणी वाले एयरबस 320 विमान उड़ाती है। वहीं एयर इंडिया के पास ट्विन क्लास वाले A320 विमान हैं। कई रूटों पर दोनों का आपस में ओवरलैप हो रहा है। विलय के बाद फ्लाइट के बेड़े को आसानी से मैनेज किया जा सकेगा। रिपोर्ट के मुताबिक एक एयरलाइंस के अधिकारी का कहना है कि, “हम एक ऐसा सहज विलय करना चाहते हैं जिससे यात्रियों को कोई परेशानी न हो।”

होगा ये बदलाव

विलय का एक अहम काम विस्तारा द्वारा जारी किए गए टिकटों को एयर इंडिया के सिस्टम में ट्रांसफर करना होगा। सूत्रों का कहना है कि दिक्कत कम करने के लिए विलय की तारीख के बाद की उड़ानों के लिए विस्तारा की बुकिंग रोकी जा सकती है। ऐसी उड़ानों की टिकटें एयर इंडिया के सिस्टम पर बेची जाएंगी। यह प्रक्रिया विलय से दो-तीन महीने पहले शुरू हो सकती है। अभी तक एयर इंडिया और विस्तारा ने इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। नवंबर 2022 में टाटा ग्रुप ने विस्तारा और एयर इंडिया के विलय की घोषणा की थी। विस्तारा का स्वामित्व टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस के पास है। विलय के सौदे के तहत सिंगापुर एयरलाइंस भी एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 2,059 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

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