नगर मुख्यालय से लगभग ४ किमी. दूर ग्राम पंचायत बकोड़ा में तहसील विधिक सेवा समिति वारासिवनी के द्वारा २७ अप्रैल को विधिक साक्षरता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर व्यवहार न्यायाधीश सुश्री नेहा बाथरी की अध्यक्षता एवं बकोड़ा सरपंच श्रीमती पुष्पा नागेश्वर के प्रमुख आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। इस विधिक साक्षरता जागरूकता शिविर में व्यवहार न्यायाधीश वारासिवनी सुश्री नेहा बाथरी ने उपस्थित ग्रामीणजनों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि
महिलाओं के साथ किसी के द्वारा अत्याचार एवं उनका शोषण किया जाता है तो उसका विरोध करने के साथ ही उन्हे अपने हक की लड़ाई लडऩा चाहिए जिसके लिए पुलिस प्रशासन भी उनकी मदद करेगी और सरकार महिलाओं के उत्थान एवं उन्हे स्वलंबी बनाने के लिए योजनाएं भी चला रही है जिसका लाभ लेकर अपने आप को मजबूत बना सकते है। साथ ही यह भी कहा कि सभी महिला व ग्रामीणों को समाजोत्थान के क्षेत्र में काम करना चाहिए और किसी ग्रामीण के साथ गलत होता है तो उसका विरोध कर उसे न्याय दिलवाने में मदद करनी चाहिए जिन्हे तहसील विधिक सेवा समिति वारासिवनी के द्वारा भी मदद की जायेगी। चर्चा में बकोड़ा सरपंच श्रीमती पुष्पा नागेश्वर ने बताया कि बकोड़ा में २७ अप्रैल को विधिक साक्षरता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें वारासिवनी न्यायालय के व्यवहार न्यायाधीश सुश्री नेहा बाथरी के द्वारा ग्रामीणों को उनके अधिकारों एवं उनके साथ किसी प्रकार का शोषण, अत्याचार हो रहा है उसके विरूध्द कानूनी लड़ाई कैसे लडऩा है उसके बारे में जानकारी दी गई ताकि वे अपने हक व अधिकारों के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बना सके।