आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण बरगी बांध के तीन गेट फिर खोलने पडे। डिंडौरी और मंडला में हुई बरसात ने बरगी बांध का जलस्तर बढ़ा दिया। इस वजह से बांध के तीन गेट फिर खोलने पडे । बरगी बांध कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार ऊपरी इलाकों में हुई वर्षा की वजह से बांध का जलस्तर 422.55 मीटर को छू चुका है। बांध में पानी की आवक 486 क्यूमेक है। जबकि पावर हाउस और बांध के गेटों से 413 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध में पानी की आवक बढ़ने से तीन गेटों को आधा-आधा मीटर खोल दिया गया है। बांध प्रबंधन का कहना है कि फिलहाल बांध के तीन गेट खुले रखे जाएंगे। सोमवार को मौसम और मंडला-डिंडौरी में होने वाली वर्षा को देखकर गेटों को और खोलने या खुले गेटों को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। बांध के गेट खोले जाने से नर्मदा तटों पर आंशिक रूप से जलस्तर बढ़ सकता है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में वर्षा की संभावना व्यक्त की है, ऐसे में नर्मदा तटों के आस-पास लोगों से सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। प्रशासन ने पानी से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए कहा है। उधर डिंडौरी जिले के करंजिया जनपद और बजाग क्षेत्र में शनिवार की शाम से शुरू हुई रुक-रुककर तेज वर्षा का दौर रविवार की शाम तक जारी रहा। वर्षा से क्षेत्र के नदी नाले उफान पर आ गए। जनपद मुख्यालय करंजिया से महज तीन किलोमीटर दूर करमंडल नाले में आई बाढ़ के चलते पानी पुल के ऊपर आ गया। जंगलों में तेज वर्षा के कारण करमंडल नाला आए उफान के चलते डिंडौरी से अमरकंटक मार्ग रविवार की दोपहर एक बजे से बंद हो गया। पुल के दोनों तरफ राहगीरों के वाहनों की लंबी कतार लग गईं। शाम पांच बजे तक इस मार्ग में आवागमन बंद रहा। पुल में पानी कुछ कम होने पर यहां यातायात बहाल हुआ। नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक आने जाने वाले पर्यटक परिवार सहित परेशान देखे गए। इसी तरह सिवनी नदी में बाढ़ के चलते गोपालपुर से करंजिया, गोपालपुर से गोरखपुर के साथ रूसा से बरनई मार्ग भी घंटों बंद रहा ।इसी तरह तुड़ार नदी में आई बाढ़ के चलते करंजिया से चौरादादर गांव के बीच अलग अलग तीन जगह पुल के ऊपर से पानी बहने के चलते यह मार्ग भी लगभग तीन घंटे से अधिक समय तक बंद रहा।