भरमार बन्दूक से किया था तेंदुआ का शिकार 

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वन परिक्षेत्र उत्तर सामान्य उकवा के सुजी गांव से भुरूक कटंगी मार्ग पर जोगीझंडा नाले के समीप भरमार बंदूक से किए गए तेंदुए के शिकार वाले मामले में वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

वही इस मामले में दो अन्य आरोपी वन अधिकारियो की गिरफ्त से बाहर बताए जा रहे हैं वन विभाग टीम के गिरफ्त में आए इन तीनों आरोपियों के पास से पुलिस ने तेंदुए का शिकार करने उपयोग में लाई गई भरमार बंदूक सहित अन्य वन्य प्राणियों के अवशेष बरामद किए हैं वही इस मामले में लिप्त दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों ने 19 जनवरी को गांव के ही समीप जंगल में भरमार बंदूक से एक 3 वर्षीय नर तेंदुए का शिकार किया था जिसके पंजे पूछ और मूंछ के बाल निकाल लिए थे वही तेंदुए के शव को छोड़कर तेंदुए के अवशेष बेचने की फिराक में थे कुछ ग्रामीण जब जंगल की तरफ गए तब उन्होंने एक तेंदुए को मरा हुआ पाया जिसकी सूचना उन्होंने स्थानीय वन मंडल अधिकारियों को दी जहां वन मंडल अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा कार्यवाही की और तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया जहां पोस्टमार्टम में तेंदुए के सर पर दो बुलेट फंसी हुई पाई गई।

जब मामले की जांच को लेकर ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो ग्रामीणों ने स्थानीय निवासी शंकर उर्फ भीमसेन वल्द अंदन सिंह के पास भरमार बंदूक होने की बात कहीं, जहां वन विभाग की टीम ने दबिश देकर शंकर उर्फ भीमसेन से पूछताछ की जिसमें शंकर उर्फ भीमसेन ने अपना गुनाह कबूल लिया और उसने शिकार के लिए उपयोग में लाई गई भरमार बंदूक को माइंस में छुपाने की बात स्वीकार की जहां पुलिस ने दबिश देकर भरमार बंदूक जप्त कि वही आरोपी शंकर उर्फ भीमसेन की निशानदेही पर हंसराम उर्फ चिरू वल्द चेतन,  मेहताब उर्फ मुन्ना वल्द लामुसिह, ऐसे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

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