समग्र शिक्षा अभियान के तहत गरीब तबके के बच्चे और पन्नी बीनने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के प्रमुख मकसद को लेकर करीब 5 साल पूर्व नगर में आवासीय बालक छात्रावास की स्थापना की गई थी लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस छात्रावास के मेंटेनेंस को लेकर लापरवाही बरते जाने के कारण छात्रावास की पूरी तरह से दुर्दशा हो चुकी है।
जहां एक और साफ-सफाई को नजर अंदाज किया गया है वहीं दूसरी ओर बच्चों के लिए जिस प्रकार की व्यवस्था छात्रावास में की गई थी वह पूरी तरह खत्म हो चुकी है आपको बताएं कि 50 सीटर बालक छात्रावास की व्यवस्थाओं को लेकर जहां एक और शासन के द्वारा बजट जारी कर इस छात्रावास को बेहतर बनाए जाने के निर्देश दिए गए थे।
वही छात्रों को आवासीय सुविधा भी बेहतर तरीके से छात्रावास में मिल जाती थी लेकिन कोविड-19 के चलते प्राथमिक शालाओं के संचालन पर लगी पाबंदी के चलते छात्रावास में वर्तमान में छात्र तो नहीं है लेकिन छात्रावास के मेंटेनेंस को लेकर किसी भी तरह के सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए हैं।