जिले के रामपायली थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम पुनी में पति सास-ससुर द्वारा दहेज के लिए दी जा रही प्रताड़ना से परेशान होकर नवविवाहिता नविता पटले 23 वर्ष ने अपने 6 माह के बेटे के साथ मौत को गले लगाई थी। वारासिवनी एसडीओपी अरविंद श्रीवास्तव ने मर्ग जांच उपरांत इस मामले में नविता के पति सुभाष पटले, सास शिशुला पटले और ससुर लिख्खन पटले के विरुद्ध दहेज हत्या का अपराध दर्ज कर तीनो को इस अपराध में गिरफ्तार करके न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल 2019 में नविता का विवाह सुभाष पटले ग्राम पुनी निवासी के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुआ था। सुभाष पटले भी अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है जिसके परिवार में पिता लिखन लाल पटले और माँ सिसोला बाई पटले है। दोनों पिता-पुत्र खेती किसानी करते हैं। घटना के 6 माह पहले ही नविता ने बेटे शोर्य को जन्म दी थी। बताया गया है कि विवाह में सुभाष पटले को नविता के माता-पिता ने अपनी हैसियत के आधार पर उपहार दहेज दिए थे। विवाह में नगद 96 हजार रुपये नविता को उपहार में मिले थे। नविता के माता पिता ने 60 रुपये नविता के पति सुभाष पटले को दिए थे। 36 हजार रुपये दिया जाना शेष था।
किंतु नविता के पति सुभाष पटले सास सिसोला पटले और ससुर लिखन पटले द्वारा विवाह में मिले उपहार के शेष बचे रुपए भैंस का धंधा करने के लिए शादी के बाद से लगातार मांगे जा रहे थे इसी प्रकार नविता से सोने का रानी हार मांगा गया था।
दहेज की मांग पूरी ना होने पर नविता को उसका पति सास ससुर प्रताड़ित करते थे पति सुभाष पटले द्वारा मारपीट की जाती थी पति सास ससुर द्वारा लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने के कारण 15 जनवरी को सुबह नविता ने अपने कमरे में अपने 6 माह के दूध मोहे मासूम बेटे को गोद में रखकर स्वयं पर मिट्टी तेल डालकर आग लगा ली। जिससे दोनों मां बेटी की मौत हो गई।