अतिक्रमण हटाने पंचायत में एसडीएम को सौपा ज्ञापन

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जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकंद्रा के पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्रामीणों के द्वारा एसडीएम वारासिवनी को ज्ञापन सौप कर ग्राम पंचायत अंतर्गत अवैध रूप से झोपड़ा बनाकर किये गये अतिक्रमण को हटाने की मांग की गई। ज्ञापन में उल्लेखित है कि ग्राम पंचायत सिकंद्रा में चारों तरफ बड़ी संख्या में अज्ञात लोगों के द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर भवन निर्माण एवं जगह रोकने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे आदिवासी भवन के पास कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है जहां पर उन्होंने झोपड़ा तैयार कर लिया है। जिसके लिए पूर्व में भी एसडीएम को ज्ञापन दिया गया था परंतु उक्त ज्ञापन पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई जिसके कारण लोगों का अतिक्रमण बना हुआ है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है जिसके कभी भी गलत परिणाम सामने आ सकते हैं जिसके लिए शासन प्रशासन से मांग है कि वह इस विषय पर गंभीरता से ध्यान देते हुए कार्यवाही करें ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। जिस पर एसडीएम के द्वारा ग्रामीणों को आचार संहिता के बाद कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।

पंच सुनील भवरे ने पदमेश से चर्चा में बताया कि ग्राम पंचायत सिकंद्रा शहर से लगा हुआ ग्राम है जहां पर देखने में आ रहा है कि दुगनी गति से अज्ञात लोगों के द्वारा ग्राम के विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण किया जा रहा है। ऐसे में वह अतिक्रमणकारी हमारी शासकीय जमीन पर अपना पैर पसार रहे हैं और अतिक्रमण के माध्यम से भवन निर्माण कर बैठ गए हैं जहाँ आए दूसरे दिन यह स्थिति देखने को मिल रही है। जिससे दूसरे लोग भी प्रेरित हो रहे हैं और वह भी अतिक्रमण कर रहे हैं कि उसने करा तो मैं क्यों नहीं करूंगा यह भावना चल रही है जो धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। इस पर हम चाहते हैं कि प्रशासन कार्यवाही करें इस बढ़ते हुए अतिक्रमण को रोके और शासकीय भूमि को बचाए वरना एक समय शासकीय भूमि खत्म हो जाएगी जिस पंचायत को ही नुकसान होगा। ग्राम के व्यक्ति के लिए जगह नहीं होगी बाहर के व्यक्ति अतिक्रमण करते रहेंगे तो हम चाहते हैं कि यह पूरा अतिक्रमण हटाना चाहिए।

ग्रामीण प्रकाश बर्मन ने बताया कि अवैध रूप से अतिक्रमण बड़ी संख्या में ग्राम के आसपास होता जा रहा है ऐसे में गांव का जरूरतमंद व्यक्ति जिसे जमीन की जरूरत है वह भटक रहा है और नगर के बाहरी व्यक्ति आकर अतिक्रमण कर रहे हैं। इस प्रकार का कार्य बंद होना चाहिए जबकि वह लोग जो अतिक्रमण यहां पर कर रहे हैं उनके खुद के बड़े-बड़े मकान हैं इसमें भी कई लोग ऐसे हैं जिनके दो से तीन मकान अलग-अलग स्थान पर बने हुए हैं खेती की भी जमीन उनकी स्वयं की है वह व्यक्ति अतिक्रमण कर रहा है जो अब दुर्भाग्य का विषय बन गया है। आने वाले समय में ऐसा ना हो कि जरूरतमंद व्यक्ति को किराए से रहना पड़े और यदि इसी तरह का अतिक्रमण चला रहा तो भविष्य में शासकीय भूमि जो खेलकूद व शासकीय भवन निर्माण या अन्य कार्यों के लिए जरूरी होती है वह नहीं बचेगी जहां पर गंभीरता से प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।

सरपंच कन्हैया खैरवार ने बताया कि हमारे ग्राम में अतिक्रमण फैल रहा है जिसको हटाने के लिए ज्ञापन एसडीएम को हमारे द्वारा दिया गया है क्योंकि शहर से जुड़ा हुआ गांव है इसमें हम देख रहे हैं कि हमारा समय अतिक्रमण हटाने और उसका ज्ञापन देने में ही खर्च हो रहा है। इससे पहले भी एसडीएम मैडम थी उन्हें भी ज्ञापन दिए थे परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई उसके बाद आज फिर ज्ञापन दिए हैं तो एसडीएम साहब ने विश्वास दिलाया है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद अवैध कब्जा कर रहे लोगों पर कार्यवाही की जाएगी। यदि यह अतिक्रमण को आप देख तो पंचायत के लाखों करोड़ों की शासकीय भूमि पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रात भर में मकान बनाकर चूल्हा चौका लगा दिए हैं जिस पंचायत के माध्यम से हटाना उचित नहीं है। प्रशासन से हर बार आश्वासन मिलता है हम चाहते हैं कि इसमें कार्यवाही हो अतिक्रमण वार्ड नंबर 10 हाउसिंग बोर्ड के पीछे आजीविका भवन के पास आदिवासी भवन के पास और वह भी शासकीय अधिकारी कर्मचारियों ने अतिक्रमण किया है उसे हटा नहीं पा रहे हैं हम चाहते हैं प्रशासन उक्त विषय में कार्यवाही का अतिक्रमण हटाये।

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