इजरायल के कम से कम 10 हजार कमांडो ईरान में उतर सकते हैं और फोर्डो प्लांट को न्यूट्रल करने का अभियान चला सकते हैं। कमांडो ऑपरेशन आसानी से चल सके, इसीलिए इजरायल फिलहाल ईरानी एयरफोर्स समेत ईरानी सेना के खतरे को खत्म करने में लगा है। इजरायल ने इस्फहान में परमाणु स्थल पर हमले किए हैं।
तेल अवीव/तेहरान: ईरान की परमाणु शक्ति को अगर पूरी तरह से खत्म करना है तो इजरायल ऐसा सिर्फ बमबारी करके नहीं कर सकता है। ईरान की परमाणु बम बनाने की तमाम संभावनाओं को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए इजरायल को दुनिया का सबसे दुस्साहसिक मिशन चलाना होगा, वो भी एक पहाड़ के नीचे बने एक गुप्त परमाणु संयंत्र में। हालांकि इजरायल के बंकर बस्टर बमों ने नतांज और इस्फहान में प्रमुख यूरेनियम संवर्धन और रूपांतरण स्थलों को नुकसान पहुंचाया है, जिसकी परमाणु ऊर्जा निगरानीकर्ताओं ने पुष्टि की है। लेकिन इतने भर से ईरान की परमाणु बम बनाने की क्षमता पूरी तरह से खत्म नहीं होगी। ईरान का सबसे गुप्त और संरक्षित न्यूक्लियर प्लांट फोर्डो फ्यूल इनरिचमेंट प्लांट राजधानी तेहरान से 125 मील दूर एक पहाड़ के नीचे करीब 300 फीट गहराई में बना हुआ है, जिसे ध्वस्त करना इजरायल का सबसे बड़ा मकसद है।
इस बीच इजरायली सेना का कहना है कि उसने तेहरान पर हमला करके खतम अल-अनबिया केंद्रीय मुख्यालय के प्रमुख अली शादमानी की हत्या कर दी है। इजरायल ने शादमानी को ईरान का “सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर” और “ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई का सबसे करीबी व्यक्ति” बताया। दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धविराम की संभावनाओं से इनकार कर दिया है और कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन से पहले निकलते हुए उन्होंने कहा है कि ‘कुछ बड़ा होने वाला है।’ माना जा रहा है कि फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट पर अमेरिका अपने बी-52 बॉम्बर्स से GBU-57A/B MOP (Massive Ordnance Penetrator) बम गिरा सकता है, जो एक विनाशक बंकर बस्टर है, जो 60 फीट के करीब पहाड़ को ध्वस्त कर सकता है। लेकिन इसके बाद भी पूरी तरह से इस प्लांट को तबाह करने के लिए कमांडो ऑपरेशन चलाने की जरूरत होगा।