1857 की क्रांति में रानी अवंतिबाई ने उल्लेखनीय योगदान दिया। जिस कारण आज पूरा देश हम पर गर्व करता है। हमें भी रानी की तरह देशभक्त बनते हुए सामाजिक कार्यों में योगदान देना चाहिए। यह बात रानी अवंतिबाई के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कही। कार्यक्रम में समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया।
सर्वोदय भवन बीना में 1857 की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर वीरांगना महारानी अवंतिबाई लोधी का 163 वां बलिदान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर लोधी समाज के अध्यक्ष खिलान सिंह लोधी सहित मानसिंह लोधी, बलराम लोधी व डॉ वीरेन्द्र सिंह ठाकुर ने वीरांगना महारानी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। बाद में वीरांगना के शौर्य का वर्णन कर उनके द्वारा 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया गया। सिविल अस्पताल में हर माह की एक तारीख को आयोजित किए जाने वाले रक्त-क्रांति रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वाले ऑटो ड्राइवर परमानंद लोधी एवं गोपाल सिंह लोधी को उत्कृष्ठ रक्त सेवा सम्मान प्रदान किया गया। लहरावदा एवं देवराजी गांव में सामूहिक विवाह सम्मेलन के माध्यम से विवाह करवाने वाले समाजसेवी वीरसिंह लोधी, कोमल सिंह लोधी, दशरथ सिंह लोधी व देवेन्द्र लोधी को उत्कृष्ठ समाजसेवा सम्मान दिया गया। पर्यावरण संरक्षण व जीव रक्षा जैसे उत्कृष्ट कार्य करने वाले पर इंजीनियर सुनील लोधी, अधिवक्ता धीरज लोधी, राहुल लोधी, धर्मेन्द्र लोधी, अनिल लोधी को उत्कृष्ठ पर्यावरण संरक्षण व जीव रक्षा सम्मान से नवाजा गया।