जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय को बनानी पड़ रही नई व्यवस्था !

0

जिले के अग्रणी शिक्षण संस्थान जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय मैं जल्द ही दो पारियों में कक्षाएं संचालित की जा सकती है इसके लिए बकायदा महाविद्यालय प्रबंधन की ओर से विश्वविद्यालय स्तर पर पत्राचार किया जा रहा है इसकी बड़ी वजह बीते 2 वर्षों से लगातार हर कक्षा की बढ़ी हुई सीट छात्रों की संख्या और कक्षाओं की कमी को बताई जा रही है।
 
महाविद्यालय में संचालित विभिन्न संकायों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने और व्याख्याता सहित अन्य संसाधनों की कमी होने के चलते पीजी कॉलेज की व्यवस्था डगमगा गई है जिसे मैनेज कर पाना कॉलेज प्रबंधन के लिए मुश्किल हो रहा है।

 
 कोरोना संक्रमण काल के बाद विद्यार्थियों के लिए खोले गए कॉलेज में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर शासन ने 50 प्रतिशत वाला फार्मूला चलाया है। अल्टरनेट नियम के आधार पर बनाई गई यह व्यवस्था अब भी जारी है यदि शासन 50 प्रतिशत वाला फार्मूला समाप्त कर दें और पूर्व की तरह सभी संकायों में विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी जाए तो फिर कॉलेज प्रबंधन की मुश्किलें और अधिक बढ़ जाएंगी। जहां उन्हें व्याख्याताओं के साथ-साथ बच्चों के बैठने सहित अन्य व्यवस्थाएं भी अलग से करनी पड़ेगी।

 वर्षों पुराने पीजी कॉलेज में वर्तमान समय में 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने विभिन्न संकाय में अपना दाखिला कराया है। ऐसे में इतने अधिक छात्रों को एक साथ एक पाली में कॉलेज बुलाना कालेज प्रबंधन के बस की बात नहीं है इस कारण उनके द्वारा वरिष्ठ स्तर से पत्राचार कर महाविद्यालय को दो पालियो में चलाने की योजना बनाई जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here