आबकारी विभाग का अमला मुंह ताकता रह गया और शराब माफिया नाव पर सवार होकर भाग गया। घटना शुक्रवार सुबह पांच बजे समद पिपरिया गांव में नर्मदा तट की है। दरअसल, शासन के निर्देश पर शराब के अवैध निर्माण, विक्रय व संगहण के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। आबकारी अमले को पता चला था कि समद पिपरिया में नर्मदा के किनारे कच्ची शराब का निर्माण किया जा रहा है। जहां देर रात से सुबह तक भट्टी जलाकर शराब उतारी जाती है। आबकारी टीम ने योजनाबद्ध तरीके से सुबह-सुबह धावा बोला लेकिन अमले के पहुंचते ही माफिया नाव पर सवार होकर नर्मदा के दूसरे तट पर पहुंचा और भाग गया। कार्रवाई सहायक आयुक्त आबकारी एसएन दुबे के निर्देश पर की गई थी।
नर्मदा के आस-पास बनाई जा रही कच्ची शराब: जानकारी के मुताबिक मुरैना में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों के बाद जिले में शराब के अवैध कारोबार को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। अभियान चलाकर शराब निर्माण के अवैध ठिकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। अभियान के दौरान यह जानकारी सामने आ रही है कि शराब का अवैध कारोबार नर्मदा के तट पर झाड़ियों व चट्टानों की आड़ में किया जा रहा है।
70 डिब्बों में भरा मिला लाहन: समद पिपरिया गांव में कार्रवाई के दौरान आबकारी अमले ने प्लास्टिक के 70 डिब्बों में 700 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया। मौके पर 25 लीटर कच्ची शराब भी पाई गई, उसे भी जब्त कर लिया गया। नाव से भागे माफिया के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। कार्रवाई के दौरान आबकारी उप निरीक्षक रविशंकर यादव, मुख्य आरक्षक नरेंद्र सिह उइके , रमेश कुशराम, आरक्षक राकेश सिंह जादौन, अनुराग शर्मा उपस्थित रहे ।