बीजिंग : चीन (China) ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि बीजिंग में अमेरिकी राजनयिकों (US Diplomats) का COVID-19 एनल स्वैब टेस्ट (COVID-19 Anal Swab Test) किया गया था. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान (Zhao Lijian) ने कहा कि चीन ने कभी भी अमेरिकी राजनयिकों को एनल स्वैब टेस्ट की प्रक्रिया से गुजरने के लिए नहीं कहा. बता दें कि चीन ने पिछले महीने कोरोना की जांच के लिए एनल स्वैब को प्रभावी बताया था. इसे लेकर उसकी काफी आलोचना भी हुई थी.
छूट के बावजूद Test – इससे पहले, वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि बीजिंग में अमेरिकी विदेश विभाग के कर्मचारियों को प्रक्रिया में छूट के बावजूद एनल स्वैब टेस्ट से गुजारा जा रहा है. इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि यूएस अपने राजनयिकों के अधिकारों और सम्मान की सुरक्षा के लिए तत्पर है. अब चीन ने इस पूरे मामले पर अपनी सफाई देते हुए रिपोर्ट को गलत बताया है.
China ने बताया प्रभावी – चीनी स्टेट मीडिया के अनुसार, जनवरी में कोरोना (Coronavirus) के नए मामले सामने आने के बाद एनल स्वैब टेस्ट शुरू किया गया था, क्योंकि यह सामान्य टेस्ट के मुकाबले काफी प्रभावित है. चीन ने कहा था कि नाक या फिर मुंह की बजाये गुदा से सैंपल लेकर जांच की जाए तो कोरोना का टेस्ट काफी सटीक होगा. यह टेस्ट ऐसे लोगों पर किया जाता है, जिनके कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने की ज्यादा आशंका है. हालांकि, ये बात अलग है कि चीन में भी सरकार के इस कदम की आलोचना हुई है. चीन के ट्विटर कहे जाने वाले Weibo पर इसे लेकर बहस छिड़ चुकी है.
US ने दी थी चेतावनी – विवादित टेस्ट की खबरें आने के बाद अमेरिका ने चीन को स्पष्ट शब्दों में कहा था कि अमेरिका अपने राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए तत्पर है. यूएस ने चीन को वियेना कन्वेंशन की याद दिलाते हुए कहा था कि किसी भी तरह के कूटनीतिक संबंधों में वियेना कन्वेंशन के नियमों का पालन किया जाना चाहिए. अमेरिका के कड़े रुख को देखते हुए ही अब चीन को सफाई देनी पड़ी है.