दो लाख रुपये खर्च करो, एक साल तक बाघ को अपना बना लो

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वन विहार नेशनल पार्क के बाघों को दो लाख रुपये में एक साल तक गोद ले सकते हैं। पार्क प्रबंधन ने गोद लेने के लिए नए सिरे से शुल्क और प्रक्रिया तय की है। बाघ्ाों को एक साल तक गोद लेने का खर्च दो लाख रुपये तय किया है। इस तरह दूसरे वन्यप्राणियों के लिए भी खर्च तय किया गया है। गोद लेने के बदले दी गई राशि से संबंधित वन्यप्राणियों का संरक्षण और बेहतर खानपान की व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि पार्क प्रबंधन ने गोद लेने की योजना 2009 से शुरू की थी। अब तक 78 वन्यप्राणी प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, सरकारी, गैर सकारी संस्थानों ने बाघ, तेंदुए, सिंह समेत दूसरे वन्यप्राणियों को गोद लिया है। इस योजना का मकसद वन्यप्राणियों के संरक्षण को बढ़ावा देना है।

वन्यप्राणियों को गोद लेने के लिए इस तरह खर्च करनी होगी राशि

वन्यप्राणी—-अर्ध वार्षिक खर्च—-वार्षिक खर्च

बाघ—-1,00,000—-2,00,000

सिंह—-1,00,000—-2,00,000

तेंदुए—-50,000—-100000

भालू—-50000—-1,00,000

लकड़बग्घा–19,000—-36,000

जैकाल—-16,000—-30,000

मगर—-19,000—-36,000

घड़ियाल—-26,000—-50,000

अजगर—-4,500—-8,000

(नोट : राशि दी गई है। वन्यप्राणी प्रेमी तीन महीने और एक महीने के लिए भी निर्धारित शुल्क चुकाकर वन्यप्राणियों को गोद ले सकते हैं। )

बाघ, सिंह और तेंदुए पहली पसंद

बीते सालों में सबसे अधिक बाघ, तेंदुए और सिंह को गोद लिया गया है। वन विहार नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर अशोक कुमार जैन ने बताया कि 2009 से अब तक 78 वन्यप्राणी प्रेमी, संस्था, बैंक आदि ने वन्यप्राणियों को गोद लेकर उनके संरक्षण में योगदान दिया है। डिप्टी डायरेक्टर के मुताबिक गोद लेने के इच्छुक कार्यालय में संपर्क कर सकतेे हैं। मोबाइल नंबर-9424790615 और 9424790613 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

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